यूरिया उपलब्ध कराने में प्रशासन के दावे खोखले
मनावर. शासन-प्रशासन के उर्वरक खाद की कमी नहीं होने संबंधी तमाम दावे खोखले साबित हो रहे हैं। क्षेत्र के ङ्क्षसचाई रकबे के अनुसार उर्वरकों की मांग निकली है। उसके अनुकूल आपूर्ति नहीं हो रही। मार्केङ्क्षटग सोसायटी मनावर के नकद खाद वितरण केंद्र पर 1 सप्ताह के बाद शुक्रवार की शाम को करीब 55 टन यूरिया सीधे रेक पॉइंट से सोसायटी की दुकान पर पहुंचा। जो शनिवार से विक्रय वितरण किया जा रहा है।
फेडरेशन के नकद खाद विक्रय वितरण सेंटर पर भी प्रतिदिन 80 किसानों को खाद फेडरेशन के पास उपलब्धता के अनुसार विक्रय वितरण किया जा रहा है। जहां पर खाद लेने वाले किसानों को 2 जनवरी तक के टोकन वितरण किए हैं। सबसे ज्यादा खराब हालत सहकारी संस्थाओं की हैं। जहां के ड्यू किसानों को उर्वरक खाद नहीं मिल रहा। जो खाद की आपूर्ति इन संस्थाओं को की जा रही है वह बेहद ही कम मात्रा में हो रही है।
खंडलाई में आ रही है सबसे ज्यादा दिक्कत: सबसे ज्यादा समस्या खाद की किल्लत झेल रहे आदिवासी अंचल की आदिम जाति सेवा सहकारी समिति खंडलाई की है। इस समिति के तहत करीब 30 ग्राम अंचल है तथा सहकारी संस्था के 1125 ड्यू किसानों में से मात्र 250 किसान ही सहकारी संस्था से ऋण परमिट अनुसार खाद ले पाए हैं। रैक पॉइंट्् से खाद की सप्लाई रुक रुक कर हो रही है। करीब एक.एक सप्ताह तक इन संस्थाओं द्वारा डीडीआरओ जमा करने के बावजूद खाद की सप्लाई नहीं हो रही। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति बालीपुर के ड्यू कृषकों ने बताया कि अब उन्हें सहकारी समिति का सदस्य नहीं रहना चाहिए। शासन-प्रशासन की मौजूद खाद विक्रय वितरण प्रणाली से परेशान हो गए हैं। डिफाल्टर किसानों को नकद खाद विक्रय वितरण केंद्र पर खाद मिल रहा है। हम सरकारी संस्थाओं के कृषकों को खाद नहीं दिया जा रहा। जो शासन प्रशासन का तुगलकी निर्णय है। उर्वरक खाद नहीं मिलने से फसलों का उत्पादन प्रभावित होगा।
&सहकारी संस्थाओं में भी खाद की सप्लाई हो रही है। अभी 138 टन यूरिया शुक्रवार को आया था। उसमें से सहकारी संस्था भानपुरा 20 टन काबरवां को 20 टन, करोली को 15 टन शनिवार को भेजा है। अन्य संस्थाओं को भी भेजा जा रहा है। इसके अतिरिक्त 175 टन उर्वरक यूरिया आगामी दो दिनों में डबल लॉक में पहुंच रहा है। सभी सहकारी संस्थाओं को उनकी मांग के अनुरूप खाद भेजा जा रहा है।
बीके खंडवाय,एसडीओ कृषि विभाग मनावर
लापरवाही: किसानों की पावती लावारिस छोड़ गए कर्मचारी
उमरबन. आदिम जाति सेवा सहकारी समिति उमरबन के परिसर में शुक्रवार को यूरिया नकदी विक्रय केंद्र पर धामनोद जनता कोऑपरेटिव मिल्स लिमिटेड धामनोद के कर्मचारियों ने 560 बोरी यूरिया वितरण किया। इधर यूरिया लेने के लिए सैकड़ों की संख्या में किसान उमरबन क्षेत्र के साथ-साथ मनावर , नालछा एवं तिरला ब्लॉक के किसान पहुंचे। यूरिया वितरण को लेकर किसान सुबह से अपनी पावती लेकर वितरण केंद्र पर जमा की गई। कर्मचारियों द्वारा मनमर्जी से वितरण करने के कारण कई किसान क्षेत्र के वंचित रह गए एवं उनकी पावती वितरण कर्मचारियों के पास रखी। कर्मचारी वितरण करने के बाद शेष बचे किसानों की पावती वितरण परिसर की टेबल पर ही छोड़ कर चले गए। टेबल पर बड़ी संख्या में पावती रखी होने के बाद मनावर एसडीएम भूपेंद्र ङ्क्षसह रावत को कर्मचारियों की लापरवाही एवं पावती लावारिस हालत में पड़ी होने की जानकारी दी। तब एसडीएम के निर्देश पर शेष पावती को सोसायटी के कर्मचारी के सुपुर्द किया।
एक पावती पर पांच से 15 बोरी दे दी
यूरिया वितरण में एक पावती पर दो बोरी देने के निर्देश के बावजूद कर्मचारियों द्वारा किसी को दो , पांच ,दस , पंद्रह बोरी तक वितरण करने से व्यवस्था बिगड़ गई। इससे कई किसान वंचित रह गए। एसडीएम मनावर द्वारा जिन किसानों को यूरिया उपलब्ध नहीं हुआ उनको सोमवार को यूरिया वितरण किया जाएगा।