पहले जानिए आशु गुप्ता की कुंडली ?
आशु उर्फ आशीष गुप्ता ये वो नाम है जो ग्वालियर में हुए करोड़ों के हुंडी गबन का आरोपी है। आशु कई व्यापारियों को 70 करोड़ का चूना लगा चुका है जिसके कारण उसे जेल भी जाना पड़ा। तब जनवरी 2022 में गबन के बाद जब पुलिस ने आशु को पकड़ा था तो उसने बताया था कि उसने 11.50 करोड़ एमसीएक्स कारोबार की आड़ में सट्टा (satta) चलाने वाले मोनू गुप्ता के ऑनलाइन (online) आईपीएल सट्टे (ipl satta) पर लगाए थे। अब 13 मई की रात उसने खुद को कंधे के नीचे गोली मारकर खुदकुशी करने की कोशिश की। उसके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें एक व्यापारी से 2.28 करोड़ और दूसरे से 40 लाख रूपए लेने की बात लिखी है। जिससे एक बार फिर आशु गुप्ता के नाम की चर्चाएं उठ रही हैं।
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सटोरियों के हाथ की कठपुतली तो नहीं आशु !
70 करोड़ के गबन के बाद जब पुलिस ने आशु गुप्ता को पकड़कर पूछताछ की थी तो उसने सट्टे में पैसे लगाने की बात कही थी। तब ग्वालियर के तत्कालीन एसपी अमित सांघी व एडिशनल एसपी राजेश दंडौतिया ने जांच कराई और ग्वालियर के सट्टा कारोबारी मोनू गुप्ता तथा उसके सहयोगी गुना के सटोरिए अशीष जैन और भोपाल के सट्टेबाज दिलीप सिंधी को पकड़ा था लेकिन ठगी की अहम कड़ी सटोरिया मोनू गुप्ता बच निकला था जिसे वांटेड बता दिया गया।Delhi Family: रेस्टोरेंट में खाना खाया दो साल की बच्ची को वहीं भूल गया दिल्ली का परिवार, आगे हुआ ये..
महादेव एप से जुड़े हो सकते हैं तार !
सट्टा किंग मोनू गुप्ता के खिलाफ पुलिस ने 420 तथा 120 बी के तहत मामला दर्ज किया था। आशु गुप्ता के बयान के अलावा जांच में और कई सबूत मिले थे। मोनू से जुड़ी फर्म पर इनकम टैक्स का छापा भी पड़ा था और ये भी पता चला था कि मोनू के तार दुबई से जुड़े थे। इसके बाद महादेव सट्टा एप का स्कैंडल भी उजागर हुआ। कहा जा रहा है कि यदि पुलिस, सीबीआई या अन्य जांच एजेंसी इस मामले में कार्रवाई करती हैं तो मोनू व महादवे एप का कनेक्शन भी सामने आ सकता है।