भाखड़ा रेग्यूलेशन कमेटी की संपन्न हुई बैठक में सात में से एक भी विधायक बैठक में किसान हित की बात करने नहीं पहुंचे। विभागीय अधिकारियों के अनुसार हनुमानगढ़ विधायक गणेशराज बंसल, सादुलशहर विधायक गुरवीर सिंह बराड़, संगरिया विधायक अभिमन्यु पूनियां, पीलीबंगा विधायक विनोद गोठवाल, सूरतगढ़ विधायक डूंगरराम गेदर, श्रीगंगानगर विधायक जयदीप बिहाणी, श्रीकरणपुर विधायक रुपिंदर सिंह कुन्नर व सांसद कुलदीप इंदौरा को बैठक में शामिल होना था। इसकी सूचना माननीयों को भिजवाई गई थी। किसान नेता ओम जांगू ने आरोप लगाया कि चुनाव के वक्त किसानों को हक का पानी दिलाने की बात करने वाले सभी नेता इस बैठक में गैर हाजिर रहे। जो उनकी किसान हित की सोच को साफ दर्शाती है।
जल संसाधन विभाग की ओर से तैयार रेग्यूलेशन में तीन अक्टूबर से 20 नवम्बर तक 1200 क्यूसेक तथा
20 नवम्बर से 20 मार्च तक 850 क्यूसेक तथा बीस मार्च से 20 अप्रेल तक पूर्ण बंदी लेकर बीस अप्रेल से बीस मई 2025 तक 250 क्यूसेक पानी चलाने का जिक्र किया गया था। इस रेग्यूलेशन के हिसाब से कुल 181500 क्यूसेक पानी की जरूरत पड़ेगी। जबकि बांधों में भंडारित पानी के हिसाब से राजस्थान का शेयर इस बार 168900 क्यूसेक ही बना है। ऐसे में उक्त रेग्यूलेशन को लागू करने में भी 17 प्रतिशत यानी 12600 क्यूसेक बैटर इनफ्लो की आवश्यकता पड़ेगी। एक अक्टूबर को संपन्न हुई भाखड़ा रेग्यूलेशन कमेटी की बैठक में संशोधन करके अब छह दिसम्बर 2024 तक 1200 क्यूसेक पानी चलाने तथा 25 नवम्बर को रीव्यू बैठक करके आगे का रेग्यूलेशन निर्धारित करने की बात पर सहमति बनी है।
पूर्व प्रधान दयाराम जाखड़ ने कहा कि साठ दिन की प्रस्तावित बंदी में किन्नू बाग खत्म हो जाएंगे। भाखड़ा परियोजना क्षेत्र में किन्नू बाग वाले डिग्गियों में पानी भंडारित करने की व्यवस्था करने की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हुआ तो किन्नू बाग उजड़ जाएंगे। कलक्टर कानाराम ने कहा कि रेग्यूलेशन के अनुसार ही कुछ भी करना संभव होगा।
भाखड़ा नहरों का रेग्यूलेशन बनाने को लेकर हुई बैठक में किसान प्रतिनिधि केसी गोदारा ने कहा कि हमें एसई रामाकिशन और एक्सईएन सुरेश सुथार पर भरोसा है। पहले भी यह किसान हित में सोचते रहे हैं। इस बार भी यह किसान हित में कुछ जरूर अच्छा करेेंगे। किसान प्रतिनिधियों ने नहरी विभाग के अधिकारियों के कार्यशैली की तारीफ की।