scriptकिसानों ने किया विरोध प्रदर्शन | farmers protest for agriculture | Patrika News
हनुमानगढ़

किसानों ने किया विरोध प्रदर्शन

https://www.patrika.com/rajasthan-news/

हनुमानगढ़Sep 22, 2018 / 11:46 am

Rajaender pal nikka

farmers protest

किसानों ने किया विरोध प्रदर्शन

पीलीबंगा.

पीलीबंगा गांव के पास एनएसडब्लयू व पीबीएन वितरिका में मोघों को छोटा करने से गुस्साए किसानों ने मोघों पर चिनाई कार्य कर दीवार बना कर उन्हें बंद कर दिया। रविवार दोपहर मौके पर पहुंचे जल संसाधन अधिकारियों को किसानों ने घेराव कर लिया अधिकारियों ने मोघों को लेकर उन्हें मिले निर्देशों का हवाला देते हुए समझाने का प्रयास किया लेकिन किसान नहीं मानें।
किसानों ने पूर्व की भांति मोघों को यथास्थिति में रखने की मांग की। किसान बलदेवसिंह, राजाराम, दयाराम बुरडक़, सुरेन्द्र बुरडक़, गजानंद कड़वासरा, कलवंतसिंह मान आदि ने बताया कि उक्त वितरिकाओं में पहले से पानी का लेवल नीचे है, ऐसे में मोघे छोटे होने से किसानों को फसलों के लिए पूरा पानी नहीं मिल पाएगा। इससे किसानों की नरमे की फसल नष्ट हो जाएगी व किसान बरबाद हो जाएंगे। मौके पर करीब 300 किसानों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए जल संसाधन विभाग के प्रति रोष प्रकट किया।
दोपहर में करीब डेढ घंटे तक जल संसाधन विभाग के एक्सईएन कृष्णचंद्र पूनिया, एईएन राजविन्द्रसिंह व जेईएन के साथ किसान प्रतिनिधियों की वार्ता हुई लेकिन वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकला। किसानों ने बताया कि जब तक वितरिकाओं में मोघों को पूर्व की भांति नहीं किया जाता उनका आंदोलन जारी रहेगा। किसानों ने बताया कि विभाग मोघे छोटे होने से पानी का लेवल अधिक ऊंचा होने तथा किसानों की फसलों को पूरा पानी मिलने का आश्वासन दे रहे है जबकि वितरिकाओं में पहले से ही पानी का लेवल नीचे है ऐसे में किसानों को पूरा पानी कैसे मिलेगा।
किसानों ने बताया कि यदि विभाग ने मोघो का पूर्व की भांति नहीं किया तो किसानों की करीब 5 हजार बीघा भूमि पर खड़ी नरमे की फसल नष्ट हो जाएगी। उन्होंने बताया कि किसी भी सूरत में मोघो को संकड़ा नहीं होने दिया जाएगा।
गांव के पास एनएसडब्लयू व पीबीएन वितरिका में मोघों को छोटा करने से गुस्साए किसानों ने मोघों पर चिनाई कार्य कर दीवार बना कर उन्हें बंद कर दिया। रविवार दोपहर मौके पर पहुंचे जल संसाधन अधिकारियों को किसानों ने घेराव कर लिया अधिकारियों ने मोघों को लेकर उन्हें मिले निर्देशों का हवाला देते हुए समझाने का प्रयास किया लेकिन किसान नहीं मानें।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो