गोदाम का उचित मैनेजमेंट नहीं करने पर 25 प्रतिशत अनाज खराब होने का रहता खतरा
-किसानों को अनाज भंडारण के बता रहे टिप्स
-किसानों को आय बढ़ाने के लिए गोदाम प्रबंधन को लेकर होना होगा गंभीर
हनुमानगढ़. कृषि प्रधान हनुमानगढ़ जिले में किसान गेहूं,धान, मूंग, मूंगफली, सरसों सहित अन्य अनाज का बम्पर उत्पादन कर रहे हैं। परंतु अनाज भंडारण मामले में अभी भी किसान ज्यादा जागरूक नहीं हो रहे हैं। इस वजह से किसानों की आमदनी उस स्तर पर नहीं बढ़ रही है। हालांकि विभाग स्तर पर किसानों को इस बात के लिए तैयार किया जा रहा है कि वह खेती को व्यापारिक दृष्टिकोण के साथ अपनाएं। कृषि अधिकारियों के अनुसार अनाज भंडारण में सावधानी नहीं रखने पर कीड़ों, चूहों, मकड़ी व फफूंद आदि से लगभग 25 प्रतिशत तक अनाज नष्ट हो रहा है। इससे बचाव के लिए अनाज को अच्छी तरह सुखाकर पक्के गोदाम में रखना चाहिए। अगर कच्चे गोदाम में भंडारण किया जाए तो गोदाम को साफ कर लीप लें। पुरानी बोरियों पर मैलाथियान पांच प्रतिशत चूर्ण का हल्का लगाव करें। हवादार स्थान पर भंडारण करें। भंडारित अनाज में कीड़ों का प्रकोप होने पर अनाज को हवा में उड़ाकर साफ कर लें और धूप में सुखा लें। गोदाम में कम से कम 72 घंटे एयर टाइट रखें। इससे गोदाम का बेहतर प्रबंधन हो सकेगा। कृषि विभाग के टिप्स को अपनाकर किसान बहुत सी समस्याओं से बच सकते हैं। इसे अपनाने पर अनाज भंडारण सुरक्षित रहेगा। नमी, दीमक, चूहों आदि से छुटकारा मिल सकेगा। कृषि विभाग हनुमानगढ़ के सहायक निदेशक बीआर बाकोलिया के अनुसार अनाज भंडारण के जरिए किसान आमदनी बढ़ा सकते हैं। साथ ही अनाज को खराब होने से बचा सकते हैं।
अब भी बना चुनौती
हमारे किसान सदियों से अनाज पैदा करते हैं। उसे सुरक्षित भी रखने के अनेक उपाय करते हैं। इसके बावजूद हमारे देश में अनाज का सुरक्षित भंडारण एक चुनौती बना हुआ है। लगभग 20 से 25 प्रतिशत अनाज उचित भंडारण नहीं होने की वजह से प्रतिवर्ष खराब हो जाता है। इसका खामियाजा किसानों को उठाना पड़ता है।
कटाई के साथ शुरू करें प्रक्रिया
किसानों को चाहिए कि फसल की कटाई के साथ ही अनाज के भंडारण की सुरक्षा की प्रक्रिया शुरू कर देनी चाहिए। फसल कटाई के काम लाए जाने वाले यंत्रों से व मौसम के उतार चढ़ाव से फसल को नमी व कीट का खतरा उत्पन्न हो जाता है। अनाज भंडारण की गुणवत्ता को हानि पहुंचाने वाले कारणों में कीड़ों का प्रकोप होते हैं। अधिक नमी होने के कारण अनाज में कीड़ों का प्रकोप अधिक होता है। इसके अलावा अनाज में फफूंदी लग जाती है। अनाज सड़ जाता है। अनाज खाने या बेचने योग्य नहीं रहता है।
खाते कम, खराब अधिक करते हैं
चूहे अनाज के दुश्मन माने जाते हैं। यह खाते कम खराब अधिक करते हैं। भंडारण गृह, कोठियां व बोरे में साफ सफाई नहीं होने से भी कीट लग जाते हैं। क्योंकि भंडारण में अधिकांश पुराने बोरों का इस्तेमाल किया जाता है। इन पुराने बोरों में कीटों के अंडे हो सकते हैं, जो भंडारण में अनाज को बर्बाद करने लगते हैं। इस तरह सफाई का ध्यान रखना चाहिए।