
Indira Gandhi Canal: इंदिरागांधी नहर में एक जनवरी 2024 से पानी की कटौती की गई है। इसका संशोधित रेग्यूलेशन एक जनवरी से लागू हो जाएगा। इस तरह अब मार्च तक आईजीएनपी से जुड़ी सभी नहरें तीन में एक समूह में चलेगी। इस दौरान नहर में 7750 क्यूसेक पानी चलाने की बात अधिकारी कह रहे हैं। जल संसाधन रेग्यूलेशन खंड हनुमानगढ़ के एक्सईएन सुरेश सुथार के अनुसार इंदिरागांधी नहर में 31 दिसम्बर के बाद शेयर में कटौती की गई है। बांधों में जल उपलब्धता को देखते हुए अब इस नहर को तीन में एक समूह में चलाने जितना पानी ही मिल सकेगा। बीबीएमबी स्तर पर शेयर में कटौती करने के बाद 31 दिसम्बर की शाम को हरिके हैड से पानी कम कर दिया गया। अब तीन में एक समूह के हिसाब से नहर को चलाने जितना पानी हरिके हैड से प्रवाहित किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार एक जनवरी से 15 मार्च तक इंदिरागांधी नहर को तीन में एक समूह में चलाया जाएगा। इसके बाद कुछ दिन पेयजल चलाकर साठ दिन की नहरबंदी लेने की योजना है। इस अवधि में रीलाइनिंग सहित अन्य नहर पुनरोद्धार के कार्य करवाए जाएंगे। इंदिरागांधी नहर से राजस्थान के करीब बारह जिलों को जलापूर्ति होती है। इसमें हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चूरू, बीकानेर, नागौर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर सहित अन्य जिले शामिल हैं। करीब दो करोड़ से अधिक आबादी को इस नहर से जलापूर्ति होती है। इस तरह शेयर में कटौती का असर उक्त सभी जिलों पर पड़ेगा।
यह है पानी का गणित
एक जनवरी 2024 से हरिके हैड से राजस्थान को 9250 क्यूसेक पानी मिलेगा। इसमें इंदिरागांधी नहर में 7750, भाखड़ा में 1200, खारा में 250, सिद्धमुख नोहर परियोजना की नहरों में 650 क्यूसेक पानी चलाया जाएगा। इससे पहले 31 दिसम्बर तक राजस्थान को हरिके हैड से 10500 क्यूसेक पानी मिल रहा था। इससे नहर को चार में दो समूह में चलाया जा रहा था। मगर अब पानी की कटौती से इसे तीन में एक समूह में चलाया जाएगा। किसान संगठन नहर को चार में दो समूह में निरंतर रूप से चलाने की मांग कर रहे हैं।
भाखड़ा में शेयर से अधिक पानी
क्षेत्र की भाखड़ा नहर में अभी 1350 क्यूसेक पानी चलाया जा रहा है। जबकि इसका शेयर 1200 क्यूसेक निर्धारित है। नहरी पानी की आवक में उतार चढ़ाव को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इससे भाखड़ा क्षेत्र के किसान खुश हैं।
Published on:
01 Jan 2024 03:34 pm
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