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रामगढ़ में किसानों का चक्का जाम जारी

रामगढ़ में किसानों का चक्का जाम जारी-रेगुलेशन बदलने का विरोध

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रामगढ़ में किसानों का चक्का जाम जारी

रामगढ़ में किसानों का चक्का जाम जारी

भादरा. अमरसिंह ब्रांच का रेगुलेशन बदलने के विरोध में रामगढ़ में नईदिल्ली -श्रीगंगानगर हाईवे पर अनिश्चितकालीन चक्का जाम तीसरे दिन भी जारी रहा। इस मौके पर किसानों ने कहा कि जब तक हमारी मांग नहीं मानी जाएगी तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। किसानों ने कहा कि हमारी फसल खराब हो रही है और प्रशासन नींद में सोया हुआ है। धरना स्थल पर वक्ताओं में संयुक्त मोर्चा समिति सदस्य पूर्व सरपंच ओमप्रकाश सहु, मदनलाल बैनीवाल, विक्रम सिंह राठौड़, गुरनाम सिंह, नेठराना सरपंच राजेंद्र निमिवाल, रामकिशन भाकर, कृष्ण भांभू, मांगेराम बैरड ने सम्बोधन दिया।
धरने पर बैठे पांच किसानों देवेंद्र भाम्भू रामगढ़, मस्तानसिंह हुड्डा बरवाली, सुमेरसिंह गोगामेड़ी, सत्यनारायण बेनीवाल परलीका और कृष्णलाल 22 एनटीआर आमरण अनशन पर बैठे रहे। इस मौके पर चूरु सांसद राहुल कस्वां ने उच्च अधिकारियों व केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से वार्ता की। सेवानिवृत्त कलेक्टर एसपी सिंह ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से वार्ता की।
पूर्व विधायक नोहर अभिषेक मटोरिया, भादरा के पूर्व विधायक संजीव बैनीवाल, उप प्रधान बलवान फगेडिया, पूर्व प्रधान अमरसिंह पूनिया, युवा नेता बजरंग सहारण गोगामेडी, खेताराम सिंगाठिया, हनुमान प्रसाद शर्मा, पूर्व सरपंच जगदीश पूनिया, पूर्व उप जिला प्रमुख रोशन लाल, किसान नेता प्रतापसिंह बैनिवाल, शिक्षक नेता जगदीश ढाका, देवेंद्र भांभू, अनिल लाटा, जुगलाल खाती, पूर्व सरपंच हरदेवाराम बैनिवाल, रघुवीर छिम्पा, कृष्णकुमार बेनीवाल, महेंद्रसिंह गुर्जर, बसंत बेनीवाल, सेलेन्द्र नेठराणा, अजय स्वामी और क्षेत्र के बड़ी संख्या में किसान सम्मलित रहे। संघर्ष समिति सदस्यों ने कहा कि अनिश्चितकालीन चक्का जाम और अनशन तब तक जारी रहेगा, जब तक मांगें नहीं मानी जाएंगी।
विधानसभा में विधायक पूनिया ने नहरों में पानी को लेकर उठाया मुद्दा
भादरा. राजस्थान विधानसभा के चलते शुक्रवार को भादरा विधायक बलवान पूनिया ने अमरसिंह सब ब्रांच को लेकर आन्दोलित किसानों का मुद्दा उठाते हुए राजस्थान सरकार से भादरा-नोहर की नहरों का पानी निश्चित करने व अधिशाषी व अधीक्षण अभियंता द्वारा भेजे गए इंडेन्ट के अनुसार पानी देने की व्यवस्था करने की मांग की। उन्होने कहा कि भाखड़ा व्यास मेनेजमेंट से हमारा विश्वास उठता जा रहा है। क्योकि भाखड़ा डेम से पहले पंजाब अपनी नहरें चलाता है फिर हरियाणा अपनी नहरें चलाता है। उसके बाद में राजस्थान में नोहर-भादरा क्षेत्र जो टेल पर किसानों को पानी देने में लगातार अनियमितता बरती जा रही है। हजारों-लाखों किसानों ने बड़ी मुश्किल से यूरिया खाद की व्यवस्था कर फसलों को जीवित रखा है, किसानों को पूरा धन खर्च हुआ है। इसके बाद हरियाणा -पंजाब की कार्यप्रणाली व भाखड़ा ब्यास मेनेजमेंट बोर्ड की अनदेखी के कारण हमारी नहरों को पानी देने में अनियमितता बरती जा रही है। जिससे हमारी फसलें बर्बाद हो रही हैं।