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‘नशा इंसान को शारीरिक और मानसिक कमजोर बनाता’

‘एक कदम नशा मुक्ति की ओर’ विषयक गोष्ठी ‘नशा इंसान को शारीरिक और मानसिक कमजोर बनाता’ -डब्बरवाला स्कूल में हुआ कार्यक्रम

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Seminar on One step towards drug addiction

‘नशा इंसान को शारीरिक और मानसिक कमजोर बनाता’

हनुमानगढ़. संकल्प फाउंडेशन हनुमानगढ़ और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में जंक्शन की नई खुंजा स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (डब्बरवाला) में ‘एक कदम नशा मुक्ति की ओर’ विषयक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम मेंमुख्य अतिथि अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश (एडीजे) एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव धनपत माली थे एवं अध्यक्षता संकल्प फाउडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट दिनेश दाधीच ने की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ. दीपक खुराना, डॉ. दीपक अग्रवाल, बाल कल्याण समिति सदस्य एडवोकेट विजय सिंह चौहान एवं प्राचार्य सीताराम थे। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता आजादी बचाओ आंदोलन के प्रवक्ता युधिष्टर गक्खड़ थे।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एडीजे धनपत माली द्वारा नालसा नशा पीडि़तों को विधिक सेवाएं एवं नशा उन्मूलन के लिए विधिक सेवाओं की जानकारी देते हुए बताया कि नशा इंसान को अंदर से खोखला कर देता है, वह शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह से कमजोर हो जाता है। नशे में इंसान अपनी सोचने समझने की शक्ति को खो देता है। नशा करने वाला व्यक्ति आर्थिक रूप से भी कमजोर रहता है। वह परिवार के ऊपर अपने नशे को प्राथमिकता देता है। नशा करने वाले व्यक्ति को जल्दी कोई काम नहीं देता है जो व्यक्ति नशा करता है समाज भी ऐसे व्यक्ति को स्वीकार नहीं करता है। इसके साथ-साथ 18 वर्ष से पूर्व बच्चों द्वारा किये जाने वाले अपराध के विषय में बताते हुए उनसे दूर रहकर जीवन में शिक्षा के माध्यम से आगे बढऩे के बारे में बच्चों को विस्तारपूर्वक बताया।

कार्यक्रम में आजादी बचाओ आंदोलन के प्रवक्ता युधिष्टर गक्खड़ ने नशे के साथ-साथ देश के प्रति प्रेम एवं देश के प्रति अपना बलिदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में बच्चों को जानकारी देते हुए सदैव जागरूक रहने एवं अपने लक्ष्य की प्राप्ति हेतु सदैव अथक प्रयास करने के संबंध में बताया तथा हनुमानगढ़ जिले में बढ़ते हुए नशे को रोकने में युवाओं की भूमिका किस प्रकार से हो सकती है, इस विषय में मार्गदर्शन दिया तथा बताया कि नशा करने वाला व्यक्ति अक्सर अपने घर में लड़ाई, झगड़ा, मारपीट करता है। जिससे उनका परिवारिक जीवन भी तहस-नहस हो जाता है और उस व्यक्ति के बच्चों का उज्जवल भविष्य भी अंधकार में हो जाता है। नशा मुक्ति को अपनाकर हम स्वस्थ, सशक्त और समृद्ध समाज का निर्माण कर सकते हैं।

संकल्प फाउंडेशन एडवाकेट दिनेश दाधीच ने विद्यार्थियों को बढऩे हुए नशे से दूर रहने तथा अपने आस-पास के लोगों को भी नशे के विरूद्ध जागरूक करने के लिए प्रेरित करते हुए बताया कि हमें नशा मुक्ति के लिए जागरूकता फैलानी चाहिए और समाज को एक साथ मिलकर नशे से लडऩे के उपाय ढूंढने में सहयोग करना चाहिए। यदि हम सभी मिलकर सामरिक भावना दिखाएंगे, तो हम निश्चित रूप से एक नशा मुक्त समाज की ओर अग्रसर होंगे तथा इसके साथ साथ शिक्षा के माध्यम से अपने जीवन को किस प्रकार कामयाब बना सकते हुए जानकारी दी।

संकल्प फाउंडेशन सचिव एडवोकेट विजय सिंह चौहान के द्वारा नशे के विरूद्ध चलाई जा रही मुहिम और आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई तथा नशे के साथ-साथ नाबालिग बालक-बालिकाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों से किस प्रकार बचा जा सकता है, इसके बारे में भी बताया। विद्यालय के प्रधानाचार्य सीताराम ने उपस्थित अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए सभी विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किया तथा विद्यालय में होने वाली गतिविधियों के बारे में बताया। कार्यक्रम में व्याख्याता अजयभीम, वीना शर्मा, रेणु चिराणियां, परमजीत नोखवाल, सुखपाल कौर, लक्ष्मीनारायण, प्रेमकुमार, उमा शर्मा, अनामिका, सुवर्षा, रेखा धनकानी, भगवंत कौर, देवेन्द्र पूनियां, अश्वनी कुमार आदि उपस्थित रहे।

आंखों व दांतों की निशुल्क जांच
संकल्प फाउंडेशन की ओर से विद्यालय में विद्यार्थियों की आंखों व दांतों की देखभाल हेतु नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें डॉ. दीपक अग्रवाल एवं डॉ. सतीश नागपाल द्वारा सेवाएं दी गई। इस अवसर पर बच्चों की निशुल्क जांच करके दवाएं दी गई। डॉ. दीपक खुराना व डॉ. दीपक अग्रवाल ने नशे का प्रभाव किस प्रकार आंखों, दांतों व हड्डियों पर पड़ता है तथा इससे कौन-कौन सी बिमारियां शरीर को प्रभावित करती हंै, इसके बारे में बताया गया।