
संगरिया. उपखंड के मनरेगा मेट व मजदूरों ने विभिन्न समस्याओं व बकाया भुगतान की मांग लेकर बुधवार दोपहर पंचायत समिति कार्यालय रतनपुरा परिसर में प्रदर्शन किया। विभिन्न मांगों को लेकर एक ज्ञापन विकास अधिकारी को सौंपा गया। मनरेगा मेट यूनियन प्रदेश अध्यक्ष रमेश परिहार ने बताया कि यहां हुई सभा में वक्ताओं ने आरोप लगाया कि वे २००८ से लगातार मनरेगा सुचारु चलाने के लिए वे लोग अहम भूमिका निभा रहे हैं बावजूद इसके राज्य सरकार व स्थानीय प्रतिनिधियों की मानसिक प्रताडऩा का उन्हें शिकार होना पड़ रहा है, जो अनुचित है।
वहीं, कथित रुप से भ्रष्टाचारपूर्ण कार्यों के कारण उन्हें नाहक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आरोप लगाया कि मनरेगा तहत जुलाई २०१७ से आज तक श्रमिकों को मजदूरी भुगतान नहीं होने से वे लोग जहां आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। दूसरी ओर अधिकारी व जन प्रतिनिधि उनके प्रति संजीदा नहीं हैं। प्रदर्शनकारियों ने मुख्य गेट पर नारेबाजी करते हुए अपनी मांगों को मुखरित किया।
प्रदर्शन में शामिल सतपाल जांगिड़, बहादुरसिंह, सुरेंद्रकुमार, सुभाषचंद्र, मदन लाल, सुखराजसिंह, कुलदीप, महावीर, ओमप्रकाश, गुलजारा बीबी, रीना, तरसेम, सुनील, वार्ड पंच रामकुमार, कृष्ण लाल, मेट यूनियन कोषाध्यक्ष ईश्वर सिंह तथा माकपा के हरिकृष्ण राहड़ सहित अन्य लोगों ने मनरेगा मेट को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिलवाने, अधिकतम मजदूरी ५०० रुपए प्रतिदिन करवाने, सामाजिक अंकेक्षण कार्य में लगे हुए व्यक्तियों को भुगतान दिलाने, प्रधानमंत्री आवास योजना पशु शैड व खाद्य सुरक्षा सहित विभिन्न योजनाओं में वरीयता, बार-बार आवेदन से छुटकारा दिलाने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर मेटों का पर्याप्त पैनल बनाने, २०१३ के आदेशानुसार अनुभव प्रमाण-पत्र जारी करने, बंद पड़े मनरेगा काम शुरु करवाने तथा मनरेगा कार्यस्थल पांच किमी. से अधिक दूर होने पर दस फीसद अलग से रकम देने की मांग की।
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Published on:
08 Nov 2017 04:48 pm
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