
हापुड़। आप ने सुना होगा जाको राखे सांइया मार सके ना कोई ... ये कहावत उस दो दिन की नवजात बच्ची के लिए सही साबित हुई है। जिसको एक कलयुगी मां ने मरने के लिए कड़कड़ाती ठंड में खुली सड़क पर छोड़ दिया। कलयुगी मां अपनी दो दिन की नवजात बच्ची को भूखा प्यासा मरने के लिए फेंक कर गायब हो गई। मासूम का कसूर सिर्फ इतना था कि वो लड़का नही लड़की है। शायद यही कारण है की नवजात की कलयुगी मां ने उसे भूखा प्यासा मरने के लिए फेंक दिया, लेकिन बच्ची को किलकारी सुनकर पहुंचे लोगों ने उसे हाथों में लेकर जानकारी पुलिस को दी और अस्पताल पहुंचाकर बचा लिया।
दरअसल हापुड़ के गढ़ कोतवाली क्षेत्र के गांव दोतई के पास एक बैंक के सामने अज्ञात कलयुगी मां अपनी नवजात बच्ची को छोड़कर फरार हो गई । घंटों तक बिना दूध के नवजात बच्ची कड़ाके की ठंड में बैंक के सामने पड़ी रही। ठंड और भूख से जब नवजात रोने लगी। तब किसी को कपड़े में बच्ची के लिपटे होने का पता लगा। राहगीरों ने उस मासूम बच्ची को गोद में लेकर आस-पास उसकी मां की तलाश की, लेकिन उन कलयुगी मां-बाप का कही पता नहीं चला। जो बच्ची को वहां छोड़कर गये थे।
लोगों ने आनन फानन में पुलिस को सूचना देकर पहुंचाया अस्पताल
वही ग्राम प्रधान द्वारा इस नवजात बच्ची की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने महिला सिपाही के साथ नवजात बच्ची को सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान बच्ची स्वस्थ थी। इसके बाद पुलिस ने नवजात बच्ची को महिला बाल कल्याण केंद्र हापुड़ भेजने की बात कही और बच्ची को अपने साथ थाने ले गये। पुलिस बच्ची के मां-बाप की भी तलाश कर रही है।
Published on:
19 Dec 2019 06:13 pm
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