निरीक्षण के बाद कमांडर मनमोहन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने जनपद के कप्तान से मुलाकात कर डीएम से भी बातचीत की है। पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ जवानों की तैनाती की गई है। उनके ठहरने की व्यवस्था जीएल महाविद्यालय में की गई है। पूरे गांव पर जवान नजर रखेंगे और पीड़ित परिवार से भी मुलाकात कर सुरक्षा का भरोसा दिलाया गया है। इसके अलावा जो कैमरे पीड़ित परिवार के घर लगाए गए हैं, उनके सर्वर रूम का भी निरीक्षण कर जानकारी हासिल की गई है। हमारे जवान पूरी मुस्तैदी से गांव में तैनात रहेंगे।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता के परिवार को सुरक्षा के लिए राज्य सरकार को निर्देश दिए थे। अभी तक यूपी पुलिस पीड़ित परिवार की सुरक्षा में तैनात थी। लेकिन, परिवार के लोग लगातार अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की मांग कर रहे थे। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए थे। जिस पर सरकार ने सीआरपीएफ को सुरक्षा में तैनात करने का फैसला लिया। इसके साथ ही पीड़ित परिवार के घर प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए हैं।
उल्लेखनीय है कि हाथरस कांड में लगातार नए मोड सामने आ रहे हैं। जहां एक तरफ पीड़ित परिवार ने मृतका संग गैंगरेप और हत्या के आरोप लगाए हैं तो वहीं आरोपियों के परिवार ने पीड़ित परिवार पर ही हत्या का आरोप लगाया है। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को जेल भेज दिया है। वहीं मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीबीआई जल्द ही अपनी जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश कर सकती है।