
हाथरस। अवैध पटाखा गोदाम पर एसडीएम ने पुलिस के साथ छापामार कार्रवाई की। लाखों की कीमत के पटाखे बरामद हुए। बिना अनुमति के शहर के बीच रिहायशी इलाके में पटाखों की दुकान और गोदाम बना हुआ था।
यहां का है मामला
दिवाली का त्यौहार नजदीक है और पटाखा कारोबारियों ने दिवाली के त्यौहर को भुनाने के लिए अभी से पटाखों का स्टॉक करना शुरू कर दिया है, जबकि सरकार के सख्त आदेश हैं कि आबादी क्षेत्र में पटाखों का भंडारण और बिक्री नहीं होने दी जाए, लेकिन ये पटाखा कारोबारी अवैध रूप से आबादी क्षेत्र में पटाखों का भंडार करके सैकड़ों लोगों की जिंदगी दाव पर लगा देते हैं। हाथरस की घनी आबादी वाले शहर के बीचों बीच स्थित बज वाला कुआं के पास पटाखा गोदाम की सूचना पर उप जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने सीओ राम शब्द यादव के साथ मिलकर छापामारा, जहां भारी मात्रा में पटाखे का स्टॉक मिला। उप जिला अधिकारी नीतीश कुमार ने बताया कि गोदाम में लाखों की कीमत के पटाखे भरे हुए थे। आबादी वाले इलाके में इतनी बड़ी मात्रा में बारूद का होना किसी भी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकता था। वहीं जब उनके द्वारा दुकान मालिक से पटाखा भंडारण और बिक्री का लाइसेंस मांगा गया तो उसके द्वारा जो लाइसेंस दिया गया वह काफी समय पुराना है, जिसका नवीनीकरण नहीं कराया गया। उपजिलाधिकारी ने कार्रवाई करते हुए गोदाम को सील कर दिया।
ये दी जानकारी
उपजिलाधिकारी नीतीश कुमार ने बताया अगर पटाखा कारोबारी द्वारा अगर उचित प्रपत्र नहीं दिखाए गए, तो कठोर से कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं देखा जाए तो इस कारोबारी पर हर साल छापेमारी की जाती है, लेकिन कठोर कार्रवाई ना होने के चलते इसके द्वारा हर साल भारी मात्रा में पटाखों की बिक्री की जाती है। बड़ा सवाल ये है कि छापेमारी के बाद आखिर कैसे इसके वैध प्रपत्र तैयार हो जाते हैं और बिक्री के लिए लाइसेंस मिल जाता है।
Published on:
06 Oct 2019 11:53 am
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