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बेटी Aradhya के जन्म के बाद एक्ट्रेस Aishwarya ने रखा डाइट का पूरा ध्यान,वजन बढ़ने की नहीं की चिंता

बेटी आराध्‍या के जन्म के बाद एक्ट्रेस Aishwarya Rai ने रखा डाइट का पूरा ध्यान प्रेगनेंसी के दौरान और डिलीवरी के बाद ऐश्‍वर्या(Aishwarya Rai Bachchan) ने कभी भी अपने बढ़े हुए वजन की चिंता नहीं की

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Aishwarya Rai Bachchan

Aishwarya Rai Bachchan

नई दिल्ली। बॉलीवुड में एक्ट्रेस का मां बनना एक बड़ी खबर बन जाती है और जब उनके खानपान के बारे में बात हो,तो हर किसी की नजर इस ओर आ जाती है कि आखिर ये लोग किस तरह से करती है अपनी और बच्चों की देखभाल। तो हम आपको बता दें कि एश्वर्या रॉय ने भी डिलेवरी के बाद अपने शरीर की देखभाल एक समान्य औरतों के समान ही की थी। अपने बेटी के लिए वो सभी जरूरतें पूरी की थी जो एक मां को बच्चे के लिए करनी होती है। वो जानती है कि डिलेवरी के बाद किस तरह से अपना और बच्चे का ख्याल रखा जाता है। ऐश ने भी बेटी आराध्‍या के जन्‍म के बाद स्तनपान करवाया था। आज हम आपके ऐश्‍वर्या राय के ब्रेस्‍टफीडिंग एक्सपीरियंस के बारे में बताने जा रहे हैं।

ऐश्‍वर्या ने करवाई ब्रेस्‍टफीडिंग

बताया जाता है कि ऐश ने बेटी आराध्‍या को काफी लंबे समय तक स्‍तनपान करवाया था। उन्‍होंने इस बात पर भी पूरा ध्‍यान दिया था कि इसी आहार से उनकी बेटी पूरी तरह से स्वस्थ रह सकती है।

क्‍या खाती थीं ऐश

कहते हैं कि डिलेवरी के बाद मां का शरीर काफी कमजोर हो जाता है और सबसे अधिक तब होता है जब डिलेवरी समान्य तरीके से हो। ऐश्वर्या ने भी बेटी को जन्म बिना ऑपरेशन कराए दिया था। उस दौरान ऐश्‍वर्या ने इस बात का पूरा ध्‍यान रखा कि उन्हें अपनी और बेटी को स्वस्थ रखने के लिए किस तरह का आहार लेना जरूरी है। उन्होंने अपने आहार में उन सभी पोषक तत्‍वों को शामिल किया जो डिलेवरी के बाद शरीर के लिए जरूरी होता है। जैसे ऐश ने गोंद के लड्डू भी खाए। माना जाता है कि गोंद के लड्डू खाने से स्‍तनों में दूध अधिक बनता है।

वजन की नहीं की चिंता

प्रेगनेंसी के दौरान और डिलीवरी के बाद ऐश्‍वर्या ने कभी भी अपने बढ़ते वजन की चिंता नहीं की। इसकी जगह उन्‍होंने हमेशा अपनी बेटी को अपनी प्रायोरिटी माना है। उन्होने उस दौरान भरपूर मात्रा में घी का सेवन किया। खाने की चीजों से भी किसी भी तरह को कोई परहेज नही किया।

स्‍तनपान करवाने के फायदे

यह बात हर कोई भलिभांति जानता है कि मां का दूध बच्चे के लिए कितना जरूरा होता है। मां के दूध में ऐसे एंटीबॉडीज होते हैं जो नवजात बच्चे को वायरस और बैक्‍टीरिया से दूर रखने में मदद करते हैं। ब्रेस्‍ट मिल्‍क से बच्चे का वजन संतु‍लित रहता है। कुछ अध्‍ययनों का कहना है कि स्‍तनपान से बच्‍चों का दिमाग विकसित होता है। मां के दूध से और भी कई तरह के फायदे होते हैं