5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एन्युरिज्म: पेटदर्द से लग रहा था पाचन रोग, निकली दिल की बीमारी

केस स्टडी एंड डॉक्टर्स एनालिसिस : बढ़ती उम्र में बुजुर्ग अक्सर पेट खराब रहने और अपच की शिकायत करते हैं। लेकिन यदि ये समस्याएं निरंतर बनी रहें तो भी दिक्कत हो सकती हैं। हाल ही ऐसा ही मामला आया जिसमें मरीज को लक्षण तो अपच के लग रहे थे लेकिन समस्या हृदय से जुड़े महाधमनी की पाई गई।

2 min read
Google source verification

image

Divya Sharma

Oct 25, 2019

एन्युरिज्म: पेटदर्द से लग रहा था पाचन रोग, निकली दिल की बीमारी

एन्युरिज्म: पेटदर्द से लग रहा था पाचन रोग, निकली दिल की बीमारी

केस स्टडी : कुछ दिन पहले 74 वर्षीय बुजुर्ग भूख कम लगने और लगातार वजन घटने की शिकायत के साथ आया था। मरीज को अक्सर भोजन करने के बाद पेट दर्द की समस्या रहती थी जिसे परिजन और वे खुद भी बढ़ती उम्र में पाचनतंत्र संबंधी परेशानी मान रहे थे। एक दिन जब पेट दर्द असहनीय हो गया तो उन्होंने डॉक्टर से संपर्क किया। फिजिकल एग्जामिनेशन के साथ ही सोनोग्राफी व सीटीस्कैन के अलावा अन्य जांचें की गईं। रिपोर्ट में हृदय से जुड़ी महाधमनी (एऑर्टा जो हृदय से लेकर पैरों तक होती है) में एन्युरिज्म (किसी हिस्से में उभार या सूजन) पाया गया। इलाज के तहत सर्जरी ही एकमात्र विकल्प था। मरीज के एऑर्टा धमनी में पैरों वाला हिस्सा फूला हुआ था। ऐसे में वाय आकार का स्टेंट लगाया गया। अब मरीज एकदम स्वस्थ है। सही इलाज होने के बाद समस्या के दोबारा होने की आशंका कम हो जाती है।
प्रॉब्लम एनालिसिस
तीन प्रमुख कारण
महाधमनी एऑर्टा में मुख्य रूप से तीन तरह की समस्याएं पाई जाती हैं। इसमें सूजन होने के अलावा किसी प्रकार का थक्का बनना या फिर इसका आकार चौड़ा होना। सामान्यत: इसकी चौड़ाई साढ़े तीन सेंटीमीटर की होती है लेकिन तीन अहम कारण ब्लड प्रेशर, धूम्रपान और अधिक उम्र से यदि इसकी चौड़ाई 4.5 सेंटीमीटर से ज्यादा हो जाए तो डॉक्टरी सलाह जरूरी है। पेट, कमर और पैर में दर्द बने रहना प्रमुख लक्षण हैं।
लक्षण पहचानें
60-65 वर्ष की उम्र के बाद एन्युरिज्म की आशंका बढ़ जाती है। पेट या आसपास दर्द होता है। लंबे समय तक यदि दर्द बना रहे तो इसे नजरअंदाज न करें।
सतर्क रहें
हृदय से जुड़ी धमनी होने के कारण यह हृदय को तब ज्यादा नुकसान पहुंचाती है जब व्यक्ति खानपान में फैटी चीजें ज्यादा लेता है। अधिक वजन भी कई बार इस समस्या की वजह बन सकता है। रोग की फैमिली हिस्ट्री है तो डॉक्टरी सलाह से खानपान में पौष्टिक चीजें लें और तनाव से बचें।

एक्सपर्ट : डॉ. हेमंत मदान, सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट, नारायणा हॉस्पिटल, जयपुर