अमेरिका के वैज्ञानिकों की रिसर्च के अनुसार, मरीजों को राहत दिलाने में मददगार डॉक्टर, बेपरवाह या उदासीन डॉक्टरों से बेहतर होते हैं. जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ टेक्सास की टीम ने पाया कि जिन मरीजों का इलाज "बहुत मददगार" डॉक्टरों ने किया, उनका दर्द, उनकी कार्यक्षमता और जीवन की गुणवत्ता में "काफी बेहतर और इलाज के लिहाज से महत्वपूर्ण सुधार" हुआ. वहीं जिनका इलाज "थोड़े मददगार" डॉक्टरों ने किया, उनकी स्थिति में कम सुधार हुआ.
यह अध्ययन करीब 1500 लोगों पर किया गया था, जिनको पीठ के निचले हिस्से में लगातार होने वाले दर्द की समस्या थी. ये अध्ययन अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा प्रकाशित किया गया था. अध्ययन में पाया गया कि डॉक्टर की सहानुभूति का दर्द कम करने, दवाइयों के अलावा किए जाने वाले इलाज (जैसे फिजियोथेरेपी), दर्द निवारक ओपिओइड दवाओं और यहां तक कि ऑपरेशन से भी ज्यादा फायदेमंद होता है.
अध्ययनकर्ताओं ने बताया कि उन्होंने सहानुभूति को "मरीजों द्वारा अनुभव की गई भावना" के रूप में मापा, न कि "डॉक्टरों द्वारा बताई गई खुद की भावना" के आधार पर. उन्होंने बताया कि यह तरीका आम तौर पर किए जाने वाले अध्ययनों से अलग है, जहां डॉक्टर खुद बताते हैं कि वो कितना सहानुभूति रखते हैं.
अध्ययनकर्ताओं ने ये भी बताया कि इस खोज का इलाज के तरीकों पर व्यापक असर हो सकता है. उन्होंने "मरीज और डॉक्टर के रिश्ते" को "दवा के क्षेत्र का मूल आधार" बताया.
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के अनुसार, अगर इलाज और खुद का ध्यान रखने की योजना को कोई सहानुभूति रखने वाला डॉक्टर बताता है, तो मरीजों के उसका पालन करने की संभावना ज्यादा होती है. ब्रिटेन के डॉक्टरों ने जनवरी में "एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन" नाम की पत्रिका में प्रकाशित एक समीक्षा के आधार पर बताया कि "ज्यादा सहानुभूति रखने वाले डॉक्टर मरीजों को दी जाने वाली देखभाल से संतुष्टि बढ़ाते हैं."
Published on:
18 Apr 2024 12:04 pm