दरअसल, पहले के समय में लोहे के बर्तन बहुत अधिक चलते थे। लोग उनका उपयोग करते थे इसलिए उन्हें कई बीमारियां नहीं होती थी और शरीर में भी आयरन सहित अन्य तत्वों की कमी नहीं होती थी। क्योंकि लोहे और पीतल के बर्तन अधिक उपयोग किए जाते थे। लेकिन अब नॉन स्टिक बर्तनों का उपयोग शुरू हो गया है। ऐसे में भोजन पकाने से कोई फायदा भी नहीं मिलता है। आइए जानते हैं। लोहे की कढ़ाई में तैयार किए गए भोजन को खाने से क्या फायदा होता है।
आयरन की नहीं होगी कमी – अगर आप लोहे की कढ़ाई में सब्जियों को पकाते हैं। तो इससे आपके शरीर में आयरन की कमी नहीं होगी। क्योंकि जिस बर्तन में हम भोजन पकाते हैं। उसका तत्व भी भोजन में आता है। इससे आपके शरीर में लौह तत्व की कमी नहीं होगी। इससे आपका शरीर भी मजबूत रहेगा।
देर तक रहती है गरम- लोहे की कढ़ाई में भोजन तैयार करने से यह भी फायदा होता है कि यह अधिक देर तक गर्म रहती है। जिससे भोजन भी बराबर बनता है। रोटी भी लोहे के तवे पर तैयार करने से अच्छे से पक जाती है, कच्ची नहीं रहती है। जबकि नॉनस्टिक तवे या अन्य किसी धातु के तवे पर रोटी बनाए तो वह ठीक से सिक नहीं पाती है।
लंबे समय तक चलते हैं बर्तन – लोहे के बर्तन लंबे समय तक चलते हैं। जबकि नॉनस्टिक या अन्य धातु के बर्तन कम समय में ही खराब हो जाते हैं और उनकी देखरेख भी ठीक से करनी पड़ती है। लोहा अन्य धातु की अपेक्षा सस्ता भी होता है। इसलिए यह कम कीमत में भी आ जाता है और लोहे के बर्तन साफ भी आसानी से हो जाते हैं।