27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Student Health Tips : कॉलेज शुरू होते ही बढ़ने लगता है वजन? जानिए क्या है फ्रेशमैन 15 का असली सच!

Student Health Tips : क्या कॉलेज शुरू करते ही वजन बढ़ जाता है? फ्रेशमैन 15 का डर असल में एक मिथक है। जानिए असली वजहें नींद की कमी, अनियमित दिनचर्या, और खानपान की गलत आदतें जो आपके वजन को प्रभावित कर सकती हैं।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Dimple Yadav

Nov 10, 2025

Student Health Tips

Student Health Tips (Photo- gemini ai)

Student Health Tips : कॉलेज की शुरुआत जिंदगी के नए दौर जैसी होती है। नई जगह, नए लोग, आजादी और ढेर सारी नई आदतें। ऐसे में अगर किसी ने आपको कहा हो कि कॉलेज शुरू करते ही 15 पाउंड बढ़ जाते हैं, तो आप अकेले नहीं हैं। इस डर को लोग फ्रेशमैन 15 कहते हैं। यानी कॉलेज के पहले साल में 15 पाउंड (लगभग 7 किलो) वजन बढ़ना। लेकिन सच यह है कि यह ज्यादातर मिथक (myth) है।

दरअसल, फ्रेशमैन 15 शब्द सबसे पहले 1989 में एक मैगजीन में इस्तेमाल हुआ था। पर असली शोध बताता है कि छात्रों का वजन पहले साल में औसतन लगभग 1-1.5 किलो ही बढ़ता है। यानी यह कोई बड़ा या डराने वाला बदलाव नहीं है। कुछ लोगों में थोड़ा ज्यादा बढ़ सकता है, कुछ में घट भी सकता है। ये पूरी तरह सामान्य है। अब सवाल है अगर वजन बढ़ता है, तो क्यों? दरअसल, कॉलेज का समय नींद, खानपान और दिनचर्या के बिगड़ने का दौर होता है।

नींद की कमी और रातभर जागना:

कॉलेज में देर रात तक पढ़ना, मोबाइल चलाना या दोस्तों से बातें करना आम है। नींद कम होने से भूख बढ़ाने वाला हार्मोन (ghrelin) बढ़ जाता है और पेट भरने वाला हार्मोन (leptin) घट जाता है। नतीजा देर रात स्नैक्स और जंक फूड की लालसा।

बड़ी प्लेटें और बुफे फूड:

कॉलेज कैफेटेरिया और हॉस्टल का खाना अक्सर जितना खा सकते हो टाइप होता है। बड़ी प्लेटों में जरूरत से ज्यादा खाना सर्व कर लिया जाता है, जिससे बिना चाहें कैलोरी ज्यादा चली जाती है।

शराब और छिपी कैलोरी:

पहले साल में बहुत से छात्रों के लिए सोशल ड्रिंकिंग भी नया अनुभव होता है। शराब और उसके साथ आने वाले स्नैक्स से भी शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जमा होती है।

स्ट्रेस और अनियमित टाइमटेबल:

क्लास, असाइनमेंट और सामाजिक दबाव के कारण स्ट्रेस बढ़ता है, जिससे कुछ लोग ज़्यादा या बहुत अनियमित खाने लगते हैं।
असल में, कॉलेज का वजन बढ़ना सिर्फ खाने की वजह से नहीं, बल्कि बदलती लाइफस्टाइल और नींद की गड़बड़ी से जुड़ा होता है। और सबसे जरूरी यह कोई असफलता नहीं है। कई बार वजन में थोड़ा बदलाव शरीर के एडल्ट होने की प्राकृतिक प्रक्रिया का हिस्सा होता है। इसलिए डरने की नहीं, समझने की जरूरत है।