
Student Health Tips (Photo- gemini ai)
Student Health Tips : कॉलेज की शुरुआत जिंदगी के नए दौर जैसी होती है। नई जगह, नए लोग, आजादी और ढेर सारी नई आदतें। ऐसे में अगर किसी ने आपको कहा हो कि कॉलेज शुरू करते ही 15 पाउंड बढ़ जाते हैं, तो आप अकेले नहीं हैं। इस डर को लोग फ्रेशमैन 15 कहते हैं। यानी कॉलेज के पहले साल में 15 पाउंड (लगभग 7 किलो) वजन बढ़ना। लेकिन सच यह है कि यह ज्यादातर मिथक (myth) है।
दरअसल, फ्रेशमैन 15 शब्द सबसे पहले 1989 में एक मैगजीन में इस्तेमाल हुआ था। पर असली शोध बताता है कि छात्रों का वजन पहले साल में औसतन लगभग 1-1.5 किलो ही बढ़ता है। यानी यह कोई बड़ा या डराने वाला बदलाव नहीं है। कुछ लोगों में थोड़ा ज्यादा बढ़ सकता है, कुछ में घट भी सकता है। ये पूरी तरह सामान्य है। अब सवाल है अगर वजन बढ़ता है, तो क्यों? दरअसल, कॉलेज का समय नींद, खानपान और दिनचर्या के बिगड़ने का दौर होता है।
कॉलेज में देर रात तक पढ़ना, मोबाइल चलाना या दोस्तों से बातें करना आम है। नींद कम होने से भूख बढ़ाने वाला हार्मोन (ghrelin) बढ़ जाता है और पेट भरने वाला हार्मोन (leptin) घट जाता है। नतीजा देर रात स्नैक्स और जंक फूड की लालसा।
कॉलेज कैफेटेरिया और हॉस्टल का खाना अक्सर जितना खा सकते हो टाइप होता है। बड़ी प्लेटों में जरूरत से ज्यादा खाना सर्व कर लिया जाता है, जिससे बिना चाहें कैलोरी ज्यादा चली जाती है।
पहले साल में बहुत से छात्रों के लिए सोशल ड्रिंकिंग भी नया अनुभव होता है। शराब और उसके साथ आने वाले स्नैक्स से भी शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जमा होती है।
क्लास, असाइनमेंट और सामाजिक दबाव के कारण स्ट्रेस बढ़ता है, जिससे कुछ लोग ज़्यादा या बहुत अनियमित खाने लगते हैं।
असल में, कॉलेज का वजन बढ़ना सिर्फ खाने की वजह से नहीं, बल्कि बदलती लाइफस्टाइल और नींद की गड़बड़ी से जुड़ा होता है। और सबसे जरूरी यह कोई असफलता नहीं है। कई बार वजन में थोड़ा बदलाव शरीर के एडल्ट होने की प्राकृतिक प्रक्रिया का हिस्सा होता है। इसलिए डरने की नहीं, समझने की जरूरत है।
Published on:
10 Nov 2025 10:19 am
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