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Avoid Eat Milk And Curd In Rainy Season: इसलिए बरसात में दूध और दही से रहें दूर

Avoid Eat Milk And Curd In Rainy Season: अक्सर लोगों को कहते हुए सुना होगा कि सावन के महीने में दूध और दही से बनी चीजों के साथ-साथ हरी सब्जियों के सेवन के लिए भी मना करते हैं, लेकिन इसके पीछे का कारण नहीं बता पातें। चलिए जानते हैं इन कारणों के बारे में

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Avoid Eat Milk And Curd In Rainy Season

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नई दिल्ली। आयुर्वेद के अनुसार सावन के महीने में कुछ चीजों का सेवन न करने पर जोर दिया गया है। जैसे कि इस मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियां, मास-मछलियां और लहसुन-प्‍याज खाने से बचना चाहिए, क्योंकि पचाने में दिक्‍कत आती है। इसके अलावा सावन के महीने में मानसून भी अपने जोर पर रहता है, क्योंकि इस महीने बारिश होने के कारण हर जगह हरियाली होती है । इस मौसम में बीमारियां होने की संभावना ज्यादा होती है। बारिश होने के कारण जगह-जगह घास और जंगली पौधे उग जाते हैं। साथ ही कई तरह के कीड़े-मकोड़े भी घास और पौधों के आसपास पनपने लगते हैं। वहीं, मानसून के दिनों में बैक्टेरिया और कीड़े भी देखे जा सकते हैं। इसलिए सावन में दूध- दही खाने की मनाही है। अगर आप डाइट में कुछ बदलाव करें और सावन के महीने में दूध-दही खाने से होने वाली परेशानियों के बारे में जानें

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दूध-दही का सेवन न करेः

मानसून में बारिश होने के कारण जो घास और जंगली पेड़-पौधे अपने आप उगने लगते हैं। इन पौधों के आसपास कई तरह के कीड़े-मकोड़े भी पनपने लग जाते हैं। आसपास उगी इस घास और छोटे-छोटे पौधों को गाय, भैंस, बकरी खा लेती हैं। इसके साथ घास-पौधों में लगे कीड़े-मकोड़े भी उन पशुओं के पेट में पहुंच जाते हैं। इस तरह दूध में मिलकर आपके शरीर को नुकशान पहुंचा सकते हैं। यही वजह है कि सावन में दूध दही और और हरी सब्जियों को खाने से मना किया जाता है।

कमजोर पाचन तंत्र
मानसून में लोगों का पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। इस मौसम में तला-भूना और गरिष्ठ भोजन खाने से कई बार अपच, गैस, उल्टी और दस्त जैसी पेट से संबंधित परेशानी होने लगती हैं।

इम्यून सिस्टम पर प्रभाव पड़ सकता है

मानसून में बारिश के कारण हर तरह के बैक्टीरिया पानी में पनपने लगते हैं। यह जरूरी नहीं कि हर कोई पानी को प्यूरीफायर करके इस्तेमाल करेगा। अधिकतर लोग नल के पानी का ही उपयोग करते हैं और दूध में पानी मिले होने की संभावना होती है। दूध से -दही या पनीर जैसी चीजें बनती है। जो बैक्टीरिय़ा दूध में मिलते हैं उससे तैयार किए गए दही या पनीर में भी इसके मिलने की संभावना होती है और इस तरह ये बैक्टीरिया आपके शरीर तक पहुंचने का खतरा होता है। मानसून के दिनों में ऐसे आहार लेने से आपका इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो सकता है। नतीजन आपको उल्टी, दस्त, पेट में दर्द, मरोड़ जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

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