वर्क फ्रॉम होम और बिस्तर पर पैर फैलाकर बैठने या लगातार पैर लटका कर बैठने से पैरों की पिंडलियों में दर्द हो सकता है। लगातार बैठने की पोजिशन में बदलाव न होने से ये दर्द बीमारी में बदलने लगता है। हर रोज पिंडलियों में दर्द एक अच्छा संकेत नहीं होता।
पिंडलियों में दर्द के दो मुख्य कारण
पिंडलियों में दर्द के दो मुख्य कारण होते हैं। पहला यह कि पिंडलियों का उपयोग अधिक हो रहा है, इससे उसमें खिंचाव होता है। दूसरा पिंडलियों का इस्तेमाल बिलकुल नहीं करना। इससे मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं और यही अलार्मिंग स्थिति होती है।
पिंडलियों में दर्द के दो मुख्य कारण होते हैं। पहला यह कि पिंडलियों का उपयोग अधिक हो रहा है, इससे उसमें खिंचाव होता है। दूसरा पिंडलियों का इस्तेमाल बिलकुल नहीं करना। इससे मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं और यही अलार्मिंग स्थिति होती है।
पिंडली का दर्द भी है अलार्मिंग साइन
पिंडली यानी पैर घुटने और एड़ी के ऊपर के पीछे का एरिया। पैरों में दर्द, ऐंठन या सुन्नता अगर आपको बार-बार महसूस हो रही तो ये अलार्मिंग साइन है। अगर आपने समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया तो आपका चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाएगा। और अंत में ये आस्टियोऑर्थराइटिस में बदल जाएगा।
पिंडली यानी पैर घुटने और एड़ी के ऊपर के पीछे का एरिया। पैरों में दर्द, ऐंठन या सुन्नता अगर आपको बार-बार महसूस हो रही तो ये अलार्मिंग साइन है। अगर आपने समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया तो आपका चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाएगा। और अंत में ये आस्टियोऑर्थराइटिस में बदल जाएगा।
इन कारणों से भी होता है पिंडलियों में दर्द लिवर और पेट की समस्या- अगर आपके लिवर या पेट में दिक्कत है तो संभव है आपके पिंडलियों में दर्द रहे। डेस्क जॉब से डायजेस्टिव सिस्टम गड़बड़ होताा है। अपच, गैस और खट्टी डकार और कुछ भी खाने से लिवर खराब होने लगता है। इससे पिंडलियों में पित्त जमा होने लगता है। इससे दर्द बढ़ता है।
हील भी वजह हो सकती है-अगर आप हाई हील पहनने की आदी हैं तो संभवत आपकी पिंडलियों में दर्द का कारण भी यही हो। हील्स पहन कर चलने से पिंडलियों पर जोर पड़ता है और दर्द होता है।
ब्लड सर्कुलेशन और मूवमेंट्स प्रभावित होना– लगातार बैठे रहने से पैरों की मसल्स में ब्लड सर्कुलेशन सही नहीं हो पाता। इसेस मसल्स में दर्द और ऐंठन होने लगती है। कई बार पैर की नस चढ़ने लगती है और मूवमेंट में परेशानी होती है।
सोते ही होता है पिंडलियों में दर्द
पिंडलियों में होनेवाला दर्द और ऐंठन सबसे ज्यादा सोते समय ही होता है। क्योंकि इस दौरान भले ही आप रिलेक्सिंग मूड में होते हैं, लेकिन पिंडलियों सबसे अधिक टूट उसी समय होती है। इसलिए दर्द ज्यादा महसूस होता है।
पिंडलियों में होनेवाला दर्द और ऐंठन सबसे ज्यादा सोते समय ही होता है। क्योंकि इस दौरान भले ही आप रिलेक्सिंग मूड में होते हैं, लेकिन पिंडलियों सबसे अधिक टूट उसी समय होती है। इसलिए दर्द ज्यादा महसूस होता है।
पैरों और पिंडलियों की मसाज करें। इससे तुरंत आराम मिलेगा।
1. सरसों के तेल में लहसुन और अजवाइन को पका लें और इसे तेल को ठंड कर मसाज करें।
2. पिंडलियों के दर्द से राहत पाने के लिए गर्म पानी में सेंधा नमक डालकर सिंकाई करें।
3. हर दिन कम से कम 15 से 20 मिनट स्ट्रेचिंग करें, टहलें या साइकिंलिंग करें।
4. डाइट में प्रोटीन की मात्रा बढ़ा दें। पनीर, टोफू, दाल, ड्राईफ्रूट्स ओट्स और साबुत अनाज खूब खाएं।
1. सरसों के तेल में लहसुन और अजवाइन को पका लें और इसे तेल को ठंड कर मसाज करें।
2. पिंडलियों के दर्द से राहत पाने के लिए गर्म पानी में सेंधा नमक डालकर सिंकाई करें।
3. हर दिन कम से कम 15 से 20 मिनट स्ट्रेचिंग करें, टहलें या साइकिंलिंग करें।
4. डाइट में प्रोटीन की मात्रा बढ़ा दें। पनीर, टोफू, दाल, ड्राईफ्रूट्स ओट्स और साबुत अनाज खूब खाएं।
डेस्क पर काम करते हुए हर एक घंटे पर 10 मिनट की चहलकदमी करें। इसेस ब्लड सर्कुलेशन सही होगा। डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।