Early Signs of Heart Attack : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हृदय रोग एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुका है। सीनियर हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपक माहेश्वरी के अनुसार, यदि हृदय संबंधी बीमारियों की समय पर पहचान कर ली जाए और उचित दवा व जांच शुरू की जाए, तो हार्ट अटैक के जोखिम को कम किया जा सकता है।
Heart Attack Prevention :सीनियर हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ.दीपक माहेश्वरी अनुसार हृदय संबंधी बीमारियों की समय पर पहचान और दवा शुरू करने पर इसके जोखिम को कम किया जा सकता है। समय पर जांचें करवाते रहने से बीमारी से बचाव संभव है। पिछले कुछ समय में हुईं मौतों के बारे में विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे लोगों की मेडिकल हिस्ट्री या स्टडी के बिना मौत के कारण स्पष्ट नहीं हो सकते।
आज की तेज़ रफ़्तार ज़िंदगी में हृदय रोग एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुका है। डॉ.दीपक माहेश्वरी (Senior cardiologist Dr. Deepak Maheshwari) ने कहा बदलती जीवनशैली, अनियमित खानपान और मानसिक तनाव के कारण हार्ट अटैक (Heart Attack) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लेकिन यदि समय रहते इसके लक्षणों की पहचान कर ली जाए, तो इस घातक बीमारी से बचाव किया जा सकता है।
हार्ट अटैक तब होता है जब हृदय को रक्त पहुंचाने वाली धमनियां अवरुद्ध हो जाती हैं, जिससे हृदय को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। यह स्थिति कोरोनरी आर्टरी डिजीज के कारण उत्पन्न होती है और जीवन के लिए घातक साबित हो सकती है।
हार्ट अटैक (Heart Attack) के संकेत अक्सर नजरअंदाज कर दिए जाते हैं, जो आगे चलकर गंभीर रूप ले सकते हैं। कुछ प्रमुख लक्षण हैं:
- सीने में तेज़ दर्द या भारीपन महसूस होना
- बाईं बांह, गर्दन, जबड़े या पीठ में दर्द
- अत्यधिक थकान और पसीना आना
- सांस लेने में तकलीफ
- चक्कर आना या बेहोशी
- कुछ लोगों में हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है, जैसे:
- डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज
- धूम्रपान और शराब का सेवन करने वाले लोग
- मोटापा और अनियमित जीवनशैली वाले व्यक्ति
- जिनके परिवार में हृदय रोग का इतिहास है
हार्ट अटैक (Heart Attack) से बचाव के लिए जीवनशैली में बदलाव बेहद जरूरी है:
संतुलित आहार लें – हरी सब्जियां, फल, और कम वसा वाले खाद्य पदार्थ खाएं।
नियमित व्यायाम करें – रोजाना 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि रखें
तनाव कम करें – योग और ध्यान अपनाएं।
धूम्रपान व शराब से बचें – हृदय की सेहत के लिए यह बेहद जरूरी है।
नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं – ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर की जांच करवाते रहें।
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आपको बता दें कि सरकारी अस्पतालों में राज्य सरकार की ओर से मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना और निरोगी राजस्थान के तहत नि:शुल्क इलाज किया जाता है। लेकिन इन दोनों ही योजनाओं में किसी तरह का जांच पैकेज नहीं है। निजी अस्पतालों में इन पैकेज की कीमत 2 से 5 हजार रुपए तक है।
हाल ही राज्य सरकार की ओर से मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों के आंकड़े जारी किए गए थे। जिनमें 1.30 लाख लोग तो जीवन शैली आधारित बीमारियों ब्लडप्रेशर और डायबिटीज के शिकार पाए गए थे। बीपी के लिए 5.25 लाख और डायबिटीज के लिए 5 लाख लोगों ने जांच करवाई थी। कुल जांचों में दोनों बीमारियों के मरीजों का प्रतिशत 13 और 12.4 था। इस प्रतिशत को आधार मानने पर राजस्थान की अनुमानित 8 करोड़ की आबादी में 1.04 करोड़ बीपी और करीब एक करोड़ लोग डायबिटीज की समस्या के शिकार हो सकते हैं लेकिन इन्हें बीमारी का पता नहीं है।
हार्ट अटैक (Heart Attack) एक गंभीर लेकिन रोकी जा सकने वाली बीमारी है। यदि इसके लक्षणों को जल्द पहचान लिया जाए और सही समय पर चिकित्सा ली जाए, तो जीवन को बचाया जा सकता है। इसलिए, सतर्क रहें, अपनी जीवनशैली में सुधार करें और दिल को स्वस्थ रखने के लिए सही कदम उठाएं।