
Egg cleaning for health safety|फोटो सोर्स – Freepik
Egg Hygiene: अंडे हमारी रोजमर्रा की डाइट का अहम हिस्सा हैं चाहे नाश्ते में ऑमलेट हो या किसी डिश में उनका इस्तेमाल। यह काफी स्वादिष्ट होते हैं, जिन्हें हम कई प्रकार से बना सकते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिस अंडे को आप बिना धोए सीधे फ्राई या उबाल लेते हैं, वह आपकी सेहत के लिए कितना बड़ा खतरा बन सकता है? अक्सर हम अंडों की सफाई और हाइजीन को नजरअंदाज कर देते हैं, जबकि यह बेहद जरूरी है। हाल ही में The Indian Express के एक इंटरव्यू में डॉ. अंजना कालिया ने इस विषय पर चर्चा करते हुए बताया कि अंडों को बिना धोए इस्तेमाल करने से क्या असर हो सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
बाजार से मिलने वाले पैक्ड या स्टोर-बॉट अंडे आमतौर पर सैनिटाइज और क्लीन किए जाते हैं। वहीं, लोकल वेंडर्स या खुले बाजार से खरीदे गए अंडे सीधे फार्म से आते हैं और अक्सर बिना किसी सफाई या स्टरलाइजेशन के बेचे जाते हैं। ऐसे अंडों के छिलके पर मिट्टी, धूल, पंख या यहां तक कि चिकन की बीट तक मौजूद हो सकती है। इन गंदगियों के जरिए साल्मोनेला जैसे बैक्टीरिया हमारे किचन में फैल सकते हैं, जो पेट दर्द, उल्टी, फूड पॉइजनिंग जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
डॉ. अंजना कालिया बताती हैं कि लोकल वेंडर्स से खरीदे गए अंडों को पकाने से पहले धोना बहुत जरूरी है, क्योंकि ये अंडे अक्सर सैनिटाइज नहीं किए जाते। अंडे का छिलका कठोर दिखता है, लेकिन यह दरअसल छिद्रयुक्त (porous) होता है। इसका मतलब यह है कि अगर अंडे गंदे हैं और सही तरीके से हैंडल नहीं किए गए, तो बैक्टीरिया अंडे के अंदर तक पहुंच सकते हैं।
अंडों को साफ करने के लिए उन्हें ठंडे पानी के नीचे अच्छे से धोएं, ताकि अंडों के छिलके पर मौजूद गंदगी साफ हो जाए, लेकिन ध्यान रखें कि अंडे टूटें नहीं। धोने के बाद उन्हें सूखे कपड़े या टिश्यू पेपर से पोछ लें। यह भी ध्यान रखें कि अंडों को लंबे समय तक फ्रिज में न रखें, क्योंकि इससे बैक्टीरिया फैलने का खतरा बढ़ सकता है। सबसे अच्छी तरीका है कि अंडे पकाने से ठीक पहले ही उन्हें धोएं।
अंडे सुपरमार्केट या पैक्ड फॉर्म में मिलते हैं, वे एक तय प्रोसेस से गुजरते हैं जिनमें क्वालिटी टेस्टिंग, सफाई और ग्रेडिंग शामिल होती है। इन्हें रेगुलेटेड टेंपरेचर पर स्टोर किया जाता है ताकि बैक्टीरिया न बढ़े।दूसरी ओर, लोकल अंडे भले ही ताजे हों, लेकिन वे अक्सर बिना धोए और खुले वातावरण में रखे जाते हैं, जिससे उनमें संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
Updated on:
05 Nov 2025 12:54 pm
Published on:
05 Nov 2025 12:28 pm
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