
जानिए किडनी को क्यों कहते हैं बॉडी का फिल्टर
किडनी शरीर का अहम अंग है जिसे फंक्शन यूनिट भी कहते हैं। शरीर में दो किडनी (गुर्दे) होती है। किडनी लिवर के ठीक नीचे होती है। आंतरिक अंगों में सबसे बड़ी होती है। बाएं तरफ की किडनी दाहिनी की अपेक्षा छोटी होती है। किडनी में करीब 11 लाख नेफ्रॉन (रक्त को फिल्टर करने वाली जाली) होते हैं। किडनी की सेहत को लेकर प्रतिवर्ष मार्च के दूसरे गुरुवार को विश्व किडनी दिवस मनाते हैं। इस बार 14 मार्च यानी आज है। इसकी थीम ''दुनिया के हर कोने में सबकी किडनी रहे स्वस्थ'' रखी है।
ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखती
किडनी ब्लड प्रेशर नियंत्रित, सोडियम और पोटैशियम को संतुलित रखती है। विटामिन डी को सक्रिय कर हड्डियों को मजबूत, लाल रक्त कोशिकाएं बनाने में मदद करती है। मोटापा, डायबिटीज व हाई ब्लड प्रेशर से नेफ्रॉन्स खराब होने लगते हैं जिससे किडनी की कार्यक्षमता प्रभावित होती है।
खून बनाने की प्रक्रिया तेज करती
किडनी खून में मौजूद टॉक्सिन्स (विषैले तत्वों) को छान कर साफ करती है जो यूरिन के जरिए बाहर निकलते हैं। शरीर में तरलता (फ्लूयूड) के स्तर को संतुलित रखती है। किडनी में विशेष तरह का हॉर्मोन एरीथ्रोपोएटीन होता है जो खून बनाने की प्रक्रिया को बढ़ाता है। एक स्वस्थ व्यक्ति की किडनी का वजन करीब 150 ग्राम, लंबाई 10 सेंटीमीटर होती है।
- डॉ. धनंजय अग्रवाल, वरिष्ठ किडनी रोग विशेषज्ञ, जयपुर
Published on:
13 Mar 2019 08:16 pm
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