डर को दूर करते हुए, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, “कोविड-19 टीके केवल तभी लगाए जाएंगे, जब उनकी सुरक्षा सिद्ध हो जाएगी। टीके सुरक्षित और प्रभावी होंगे, लेकिन बुखार, इंजेक्शन स्थल पर दर्द आदि जैसे मामूली दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इस तरह के प्रभाव किसी भी वैक्सीन में पाए जा सकते हैं।”
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि राज्यों को किसी भी कोविड-19 वैक्सीन से संबंधित साइड-इफेक्ट से निपटने के लिए व्यवस्था शुरू करने का निर्देश दिया गया है। मंत्रालय ने कहा, “कोविड-19 का टीका लेना व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर करेगा।”
मंत्रालय ने कहा कि विभिन्न टीके परीक्षण के अलग-अलग चरण में हैं और सरकार जल्द ही कोविड-19 टीकाकरण शुरू करने के लिए तैयारी कर रही है। कम अवधि में परीक्षण के बाद तैयार टीका क्या सुरक्षित होगा और क्या इसके कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं, इस पर मंत्रालय ने कहा है कि सुरक्षा और कारगर होने के आधार पर नियामक संस्थानों की मंजूरी के बाद टीके की पेशकश की जाएगी। हाल ही में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि टीकाकरण शुरू होने पर ‘प्रतिकूल’ प्रतिक्रियाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है।