अमरीका के जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय (John Hopkins University) में मेमोरी एंड अल्जाइमर ट्रीटमेंट सेंटर की ओर से किए गए इस शोध अध्ययन में यह नहीं बताया गया है कि हिप फ्रैक्चर वाले प्रत्येक बुजुर्ग को अल्जाइमर है या हो सकता है। लेकिन शोध के निष्कर्ष के आधार पर चिकित्सकों ने यह सुझाव दिया है कि संतुलन बिगडऩे से कूल्हे में आई चोट की सर्जरी का सामना करने वाले लोगों को ऑपरेशन के बाद अल्जाइमर या अन्य मानसिक समस्या हो सकती हैं। इसलिए उन पर बारीकी से निगरानी रखनी चाहिए। क्योंकि ऐसे कुछ बुजुर्गों में अल्जाइमर के लक्षण भी नजर आ सकते हैं। शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन पांच सालों के दौरान 82 साल की औसत आयु वाले 200 से ज्यादा हिप फ्रैक्चर वाले बुजुर्ग रोगियों पर किया था।