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Health Benefits of Honey: शहद का सेवन करने से मिलते हैं गजब के फायदे, खांसी और हार्ट अटैक का रामबाण इलाज

Health Benefits of Eating Honey: हमारे शरीर के लिए शहद एक हेल्दी फूड है। यह खांसी से लेकर हाई कोलेस्ट्रॉल तक को दूर करता है। अगर आप चीनी की जगह शहद का इस्तेमाल करेंगे तो इसके कई सारे फायदे मिलते हैं।

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जयपुर

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Jyoti Kumar

Oct 10, 2023

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Health Benefits of Eating Honey: हमारे शरीर के लिए शहद एक हेल्दी फूड है। यह खांसी से लेकर हाई कोलेस्ट्रॉल तक को दूर करता है। अगर आप चीनी की जगह शहद का इस्तेमाल करेंगे तो इसके कई सारे फायदे मिलते हैं।

मीठे के लिए हर घर में चीनी का इस्तेमाल किया जाता है। बाजार में मिलने वाली मिठाई भी चीनी से बनी होती है। चीनी में सिर्फ सुक्रोज, लैक्टोज और फ्रुक्टोज मौजूद होता है, जो शरीर को काफी नुकसान पहुंचाता है।

चीनी हटाकर रखें शहद
मिठास के लिए चीनी की जगह शहद का इस्तेमाल करना चाहिए। यह काफी हेल्दी ऑप्शन हो सकता है। इसके कई सारे स्वास्थ्यवर्धक फायदे हैं। वैसे डायबिटीज में शहद का सेवन कम करना चाहिए। क्योंकि ज्यादा इस्तेमाल नुकसान पहुंचा सकता है।

शरीर की चर्बी का है दुश्मन
रिसर्च के अनुसार, शहद को गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से वजन घटता है। यह लिवर को फ्यूल देकर वेट लॉस की प्रक्रिया तो तेज करता है। यह प्राकृतिक तरीके से डायजेशन को भी बढ़ाता है।

इंफेक्शन करता है दूर
कोरोना संक्रमण के बाद लोगों को ध्यान इम्यूनिटी बढ़ाने पर गया है। शहद का सेवन कर अपनी इम्यूनिटी को बूस्ट कर सकते हैं। इसमें कई सारे इंफेक्शन को दूर करने की क्षमता है।

हार्ट अटैक के जोखिम को करता है कम
बदलते जीवन शैली की वजह से हार्ट अटैक के मामले काफी आ रहे हैं। इसकी वजह है हाई कोलेस्ट्रॉल। स्टडी के अनुसार, शहद से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड को कम किया जा सकता है।

खांसी का नेचुरल इलाज
खांसी में शहद चाटने से काफी आराम मिलता है। सूखी खांसी के लिए यह रामबाण दवा की तरह है। इसमें एंटीइंफ्लामेटरी गुण पाए जाते हैं। चाय या गुनगुने पानी में मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।