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Soybean Side Effects: किडनी स्टोन से हार्मोनल इंबैलेंस तक, ज्यादा सोयाबीन खाने से हो सकते हैं ये 10 बड़े नुकसान

Soybean Side Effects: सोयाबीन प्रोटीन और पोषण से भरपूर है, लेकिन ज्यादा खाने से हार्मोनल इम्बैलेंस, पेट की समस्या, किडनी स्टोन और वजन बढ़ने जैसी परेशानियां हो सकती हैं। जानें सोया के 10 साइड इफेक्ट और सुरक्षित सेवन के टिप्स।

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भारत

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Dimple Yadav

Aug 25, 2025

Soybean Side Effects

Soybean Side Effects (photo- freepik)

Soybean Side Effects: सोयाबीन को हेल्दी प्रोटीन का अच्छा स्रोत माना जाता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, मिनरल और खास कंपाउंड (आइसोफ्लेवोन) पाए जाते हैं, जो दिल को मजबूत रखने, कोलेस्ट्रॉल कम करने और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। लेकिन ये बात भी सच है कि किसी भी चीज की अति नुकसानदायक होती है। अगर सोयाबीन का सेवन जरूरत से ज्यादा कर लिया जाए तो शरीर पर इसके कुछ साइड इफेक्ट भी देखने को मिल सकते हैं।

हार्मोन और थायरॉइड पर असर

सोयाबीन में पाए जाने वाले फाइटोएस्ट्रोजेन शरीर के हार्मोन को प्रभावित कर सकते हैं। ज्यादा खाने से महिलाओं के हार्मोन बिगड़ सकते हैं और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन कम हो सकता है। थायरॉइड की समस्या वाले लोगों को भी ज्यादा सोया खाने से दिक्कत हो सकती है।

पेट की समस्या

सोया में काफी फाइबर होता है। थोड़ी मात्रा में ये पेट के लिए अच्छा है, लेकिन ज्यादा खाने पर गैस, पेट फूलना, क्रैम्प्स और दस्त हो सकते हैं। जिन लोगों को IBS (इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम) है, उन्हें इसे धीरे-धीरे और कम मात्रा में खाना चाहिए।

पोषण अवशोषण (Nutrient Absorption) में दिक्कत

सोया में फाइटिक एसिड होता है, जो आयरन, जिंक और कैल्शियम जैसे मिनरल्स को शरीर में ठीक से अवशोषित नहीं होने देता। लगातार ज्यादा सोया खाने से शरीर में इन मिनरल्स की कमी हो सकती है।

एलर्जी का खतरा

कई लोगों को सोया से एलर्जी होती है। इससे खुजली, लाल चकत्ते, सूजन, और गंभीर मामलों में सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है।

पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर असर

कुछ स्टडीज बताती हैं कि ज्यादा सोया खाने से पुरुषों में स्पर्म क्वालिटी और टेस्टोस्टेरोन लेवल पर असर पड़ सकता है। हालांकि हल्की-फुल्की मात्रा में कोई दिक्कत नहीं होती।

ब्लड शुगर पर असर

बाज़ार में मिलने वाले कई सोया प्रोडक्ट्स (सोया मिल्क, स्नैक्स, प्रोटीन बार्स) में अतिरिक्त शुगर होती है। इससे ब्लड शुगर बढ़ सकता है। डायबिटीज के मरीजों को लेबल चेक करके ही सोया प्रोडक्ट लेना चाहिए।

दवाइयों के साथ असर

सोया थायरॉइड और हार्मोन से जुड़ी दवाइयों के असर को कम कर सकता है। अगर आप किसी दवा पर हैं तो डॉक्टर से पूछे बिना सोया ज्यादा मात्रा में न लें।

किडनी स्टोन का खतरा

सोया में ऑक्सालेट पाया जाता है, जो किडनी स्टोन बनने का कारण बन सकता है। जिन लोगों को पहले से स्टोन की समस्या है, उन्हें सोया ज्यादा नहीं खाना चाहिए।

वजन बढ़ना

सोया अपने आप में हेल्दी है, लेकिन प्रोसेस्ड सोया प्रोडक्ट्स (सोया चिप्स, बार्स, प्रोटीन पाउडर) ज्यादा खाने से कैलोरी बढ़ती है और धीरे-धीरे वजन भी बढ़ सकता है।

बच्चों पर असर

सोया से बने इंफैंट फॉर्मूला (दूध पाउडर) में हार्मोन जैसे कंपाउंड होते हैं, जो बच्चों के विकास को प्रभावित कर सकते हैं। बच्चों को सोया सिर्फ डॉक्टर की सलाह से ही देना चाहिए।

सुरक्षित तरीके से सोया खाने के टिप्स

  • ज्यादा प्रोसेस्ड सोया प्रोडक्ट्स की बजाय टोफू, टेम्पेह, मिसो और एडामामे खाएं।
  • रोजना करीब 25 ग्राम सोया प्रोटीन तक ही लें।
  • डाइट में दालें, चने और नट्स जैसे दूसरे प्रोटीन भी शामिल करें।
  • थायरॉइड, हार्मोन या किडनी की समस्या वाले लोग सोया खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
  • धीरे-धीरे अपनी डाइट में सोया शामिल करें, ताकि पेट को आदत पड़ सके।