
अच्छी नींद के लिए कर सकते हैं ये 5 योगासन
अनिद्रा से बचाव के लिए कई बार डॉक्टर को भी दिखाने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में जानते हैं कुछ आसानों के बारे में जिन्हें करने से अच्छी नींद आती है।
सूर्यनमस्कार
अक्सर देखा जाता है कि नींद न आने की समस्या एंजायटी से होती है। इसमें सूर्यनमस्कार कारगर है। इसके 12 स्टेप्स होते हैं। यह शरीर के मेटाबोल्जिम को बढ़ाता है। इससे अनिद्रा बढ़ाने वाले हार्मोन एक्टिव नहीं हो पाते हैं। इसे सुबह ही करना चाहिए।
शवासन
रिलैक्स होने के लिए शवासन सबसे अच्छा आसन है। इसको सोते समय भी कर सकते हैं। जरूरी नहीं कि जमीन पर लेटकर ही करें। ऑफिस में चेयर पर भी पूरी तरह से रिलैक्स होकर कर सकते हैं। 5-7 मिनट तक करें। इसमें गहरी सांस लेना होता है। इसमें सांस पर ध्यान लगाना होता है। सोना नहीं बल्कि खुद को अलर्ट रखते हैं।
मकरासन
इससे फेफड़े खुलते हैं। सीने में जकडऩ आदि की समस्या से बचाव होता है। रात में अच्छी नींद आती है। अनिद्रा की समस्या नहीं होती है। इसके साथ ही पेट वाले हिस्से की मांसपेशियों में खिंचाव होता है। शवासन में पीठ के बल लेटकर आसन करते हैं जबकि इसमें पेट के बल लेटकर किया जाता है। इसके और भी फायदे हैं।
भुजंगासन
तनाव और थकान दूर करने के लिए यह अच्छा आसन है। इसको कोबरा पोस्ट भी कहते हैं इससे अनिद्रा की समस्या में राहत मिलती है। नियमित भुजंगासन करने से अच्छी नींद आती है। इसको 4-5 मिनट रोजाना करना चाहिए। इसके अन्य फायदों में रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। छाती, फेफड़ों, कंधों व पेट में खिंचाव आता है। चेहरे पर ग्लो आता है। त्वचा चमकदार और झुर्रियों की समस्या नहीं होती है।
हलासन
इस आसन को नियमित करने से शरीर के सभी अंग एक्टिव रहते हैं। साथ ही पेट की चर्बी, थायरॉइड, कब्ज में राहत, गले की बीमारी और सिर दर्द से आराम मिलता है। इसका रोजाना अभ्यास करने से तनाव की समस्या से राहत मिलती है। ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है, जिनके गर्दन में दर्द या हार्निया है, इसे ना करें।
इनका ध्यान रखें
कोई भी आसन सीखने के बाद ही करें। ऐसा नहीं कि ये आसन तत्काल ही आराम देंगे। इन्हें नियमित करने से लाभ मिलेेगा। तनाव वाले काम न करें। दिनचर्या नियमित रखें। सुबह जल्दी उठें और शाम को समय से सो जाएं। सोने से तीन घंटे पहले डिनर कर लें। सोने से करीब दो घंटे पहले ही मोबाइल और टीवी से दूरी बना लें। रात में हॉरर फिल्में-वीडियो देखने से बचें।
डॉ. राजीव रस्तोगी
सहायक निदेशक, केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक
चिकित्सा अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली
Published on:
11 Jan 2020 07:52 pm
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