
आजकल जब सब कुछ स्क्रीन पर ही नज़र आता है, तो कम उम्र में ही चश्मा लगाना आम हो गया है. कई लोगों को लगता है कि खास डाइट या एक्सरसाइज़ से आँखें तेज हो जाती हैं, लेकिन डॉक्टर इससे सहमत नहीं हैं. डॉक्टर के अनुसार कुछ एक्सरसाइज़ आँख की मांसपेशियों को मजबूत या रिलैक्स करने में मदद कर सकती हैं, लेकिन इससे आँखों की कमज़ोरी दूर नहीं होती और न ही देखने की क्षमता बढ़ती है। देखने की क्षमता मुख्य रूप से आँख के आकार और कॉर्निया, लेंस और रेटिना जैसे उसके हिस्सों के स्वास्थ्य पर निर्भर करती है. इसलिए सिर्फ डाइट या एक्सरसाइज़ से आँखें ठीक हो जाएंगी, ये सोचना ग़लत है। भले ही आँखें तेज करने के लिए कोई खास डाइट या एक्सरसाइज़ नहीं है, लेकिन अच्छी आदतें अपनाकर आँखों की रोशनी को बनाए रखा जा सकता है.

पूरी नींद लें: अच्छी नज़र के लिए पर्याप्त नींद ज़रूरी है। "हर रात 7 से 8 घंटे सोने की कोशिश करें। अगर नींद नहीं आती है, तो आंखों को बंद करके आराम दें।"यह भी पढ़ें-सर्दियों में सिर्फ दो महीने खा लीजिए ये काली चीज, डबल हो जाएगी आंखों की रोशनी

स्क्रीन टाइम कम करें: ज्यादा देर तक स्क्रीन देखने से आंखों में थकान, सूखापन और धुंधलापन आ सकता है। नियमित ब्रेक लेने से आंखों को आराम मिलता है और कमज़ोरी का खतरा कम होता है। "20-20-20 नियम" याद रखें, हर 20 मिनट में 20 सेकंड का ब्रेक लें और 20 फीट दूर किसी चीज़ को देखें।

आंखों की रेगुलर जांच कराएं: साल में एक बार आंखों की जांच ज़रूरी है। इससे किसी भी बदलाव या बीमारी का जल्दी पता चल जाता है। "आंखों की जांच में डॉक्टर आपकी नज़र, आंखों का दबाव, मांसपेशियों का तालमेल और रेटिना व ऑप्टिक नर्व की जांच करते हैं। समस्या जल्दी पता चलने से इलाज भी जल्दी शुरू हो जाता है।"यह भी पढ़ें-सर्दियों में सिर्फ दो महीने खा लीजिए ये काली चीज, डबल हो जाएगी आंखों की रोशनी