
Glucometer
अगर परिवार के किसी सदस्य को डायबिटीज है, तो ग्लूकोमीटर घर पर रखना ही चाहिए। इस डिवाइस से ब्लड ग्लूकोज लेवलको ट्रैक करना आसान है। अगर रीडिंग सामान्य सीमा के भीतर नहीं है, तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। अनियंत्रित मधुमेह जटिलताओं का कारण बन सकता है। डायबिटीज मरीज निरंतर ब्लड शुगर के लेवल पर नजर रख सकते हैं और इसके लिए बार- बार डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता भी नहीं पड़ेगी।
कितनी होती है कीमत : ग्लूकोमीटर की कीमत आमतौर पर 200 से 3000 रुपए के बीच होती है। इसे ऑनलाइन या ऑफलाइन मेडिकल स्टोर से खरीदा जा सकता है।
टेस्ट कब करें: ग्लूकोमीटर से सुबह खाली पेट, खाना खाने से 2 घंटे पहले और खाना खाने के 2 घंटे बाद टेस्ट कर सकते हैं।इसमें एक स्ट्रिप का इस्तेमाल सिर्फ एक बार किया जा सकता है।
हाथों को धो लें। इन्हें अच्छे से सुखाएं। फिर ग्लूकोमीटर को साफ कर लैंसेट डिवाइस तैयार करें। लैसेंट छोटी, नुकीली वस्तुहोती है, जिनका इस्तेमाल त्वचा को छेदने के लिए किया जाता है। इससे उंगलियों, हथेलियों में छेद कर खून का सेम्पल लिया जाता है।
डिटेक्टर को बाहर की ओर रखते हुए टेस्टिंग स्ट्रिप को ग्लूकोमीटर में लगाएं। लैंसेंट डिवाइस को हाथ के अंगूठे की त्वचा मेंथोड़ा-सा चुभाएं और एक बूंद ब्लड की लेकर टेस्टिंग स्ट्रिप में डालें। पांच से तीस सेकंड तक प्रतीक्षा करें। बताई गई रीडिंग नोट कर लें।
Published on:
25 Jul 2024 04:06 pm
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