त्योहार या घर में कोई कार्यक्रम हो, ऐसे में ब्रेकफास्ट-लंच और डिनर तीनों समय ही यदि कैलोरीयुक्त तला-भुना गरिष्ठ खाना परोसा जा रहा हो तो आवश्यक है कि स्वयं पर कंट्रोल रखें। एक ही समय घी-तेल से बने खाद्य-पदार्थों का आनंद लें, बाकी समय हैल्दी फूड (अनाज व अनाज से बने खाद्य-पदार्थ) और कुछ हल्का-फुल्का स्नैक्स या फल और सब्जियों का जूस ही लें।
त्योहार के समय घरों में अधिकतर लड्डू व बर्फी बनाए जाते हैं। इनमें सूखे मेवों-घी का इस्तेमाल अधिक होता है। यदि चाहें तो मिठाई जी भरकर खाएं। बस, इनको सेहतमंद बनाने के लिए काजू-बादाम व अन्य सूखे मेवे भी बारीक काटकर 1-2 चम्मच घी का प्रयोग कर भून लें। तापमान कम ही रखें, ताकि जलें नहीं और फिर आपस में सबको मिलाएं।
घर में खाने-खिलाने के लिए, जो भी नाश्ता अथवा नमकीन खाद्य-पदार्थ बनाएं। उनमें तेल, शक्कर और मसालों की मात्रा कम हो। नमकीन या कुछ हल्के-फुल्के स्नैक्स कम चिकनाई में तैयार हों। पोहा-मुरमुरे-भुने चने-कॉर्नफ्लेक्स, तिल, मखाने व गुड़ का उपयोग किया जा सकता है। जब वह तैयार हो जाएं तो कुछ समय के लिए टिशू पेपर पर रखकर छोड़ दें, ताकि अतिरिक्त वसा सोख ली जाए।
परंपरागत नाश्ते की बजाय कुछ अलग तरह के व्यंजन बनाकर मेहमानों को परोसें तो ज्यादा अच्छा रहेगा। मसलन, वेजिटेबल इडली, खमण ढोकला या अंकुरित दालों को मिलाकर चटपटी चाट, भेलपूरी व इसके अलावा फ्रूट चाट बनाकर भी खिला सकते हैं।
यदि एक-दो बार कहीं बाहर खाना जरूरी हो तो ब्रेकफास्ट में तला हुआ या फिर अधिक वसायुक्त ना खाकर दलिया-कॉर्नफ्लेक्स, पोहा या उपमा खाएं। इसी तरह लंच या डिनर में एक समय सुपाच्य खाना खाएं। सलाद, फल व पेय पदार्थों का अधिक सेवन करें।
प्रीता जैन, आहार विशेषज्ञ