अस्थमा होने से पहले शरीर में कई तरह के संकेत नजर आते हैं और अगर समय रहते इन संकेतों को समझ कर एतिहात लिया जाने लगे तो सांस की समस्या को अस्थमा में बदलने से रोका जा सकता है। तो चलिए जानें अस्थमा के संकेत क्या हैं।
अस्थमा यानि दमा के लक्षण-symptoms of asthma बार-बार खांसी आना- अगर आपको बिना सर्दी-जुकाम के भी खांसी आती रहती है और कई खांसी लगातार आने से सांस भी लेना मुश्किल होने लगता है। तो ये संकेत अस्थमा के हैं। अगर ऐसा बार-बार हो तो अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
सांस लेते समय सीटी बजने जैसी आवाज-सांस लेते समय अगर सीटी की आवाज या घरघराहट होती है, तो यह अस्थमा का संकेत हो सकता है। कई बार सांस लेने के साथ कफ भी आता है।
सांस फूलना- बिना किसी काम या थकान के सांस फूलने लगती है, तो यह अस्थमा का लक्षण हो सकते है। मौसम बदलने पर भी अगर आपको ऐसी दिक्कत हो तो अपनी जांच जरूर कराएं।
सीने में जकड़न और भारीपन- दिल की बीमारी में जकड़न और भारीपन की समस्या आम है, लेकिन अगर आपको ये बीमारी नहीं है और ऐसे संकेत दिख्रते हैं तो ये अस्थमा का इशारा करते हैं।
इन संकेतों पर भी दें ध्यान
अस्थमा की परेशानी रात में या सुबह के समय और भी गंभीर हो जाती है, यानी सांस फूलना, बार-बार खांसी आना और सीने में जकड़न जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसके अलावा ठंडी हवा में सांस लेने पर भी स्थिति गंभीर हो जाती है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, तो यह अस्थमा का संकेत हो सकता है। आपको तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
अस्थमा की परेशानी रात में या सुबह के समय और भी गंभीर हो जाती है, यानी सांस फूलना, बार-बार खांसी आना और सीने में जकड़न जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। इसके अलावा ठंडी हवा में सांस लेने पर भी स्थिति गंभीर हो जाती है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, तो यह अस्थमा का संकेत हो सकता है। आपको तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
डिस्क्लेमर- आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सक सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।