
Yoga for energy
Yoga for energy: यदि हम सुबह के समय सही से काम करते हैं और समय पर सभी काम करते हैं तो सारे दिन एनर्जी से भरे रहते हैं। सुबह के समय हमारे शरीर और मन दोनों को एनर्जी की जरूरत होती है और इसके लिए योग सबसे बेहतरीन तरीका माना जाता है। यदि आप सुबह से समय योगासन करते हैं तो इससे आप न केवल फिजिकल फिट रहेंगे साथ ही मानसिक शांति और शारीरिक एनर्जी भी इससे बनी रहेगी। ऐसे में यदि आप सुबह इन योगासनों को करते हैं तो आप आपका दिन एनर्जी से भरा रह सकता है। आइए जानते हैं कौन से है वो योगासन।
Yoga for energy: कपालभाति प्राणायाम
इस योग को सांस और शारीरिक उर्जा को सही तरीके से संचालित करने के लिए एक शक्त्शिाली के साथ बेहतरीन योग माना जाता है। इसे करने से दिमाग शांत रहता है और शरीर ताजगी से भरा रहता है। ऐसे में आपका शरीर पूरे दिन एनर्जी से बना रहता है।
Yoga for energy: सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार में 12 स्टेप्स होते हैं। इसे पूरे शरीर को सबसे बेहतरीन योग माना जाता है। इस आसन से शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है। साथ ही इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। ऐसे मे इस योगासन को आपको सुबह के समय जरूर करना चाहिए।
Yoga for energy: भुजंगासन
भुजंगासन को किंग कोबरा पोज के नाम से भी जाना जाता है। इस योगासन को करने से आपकी रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। इसको आसन को करने का सबसे अच्छा फायदा है इससे पूरा शरीर खूल जाता है साथ ही एक नई ताजगी से भर देता है। ऐसे में आप सुबह उठकर इसे कर सकते हैं।
Yoga for energy: अधोमुख श्वानासन
अधोमुख श्वानासन शरीर के सभी मसल्स को खींचता है और शरीर में ताजगी का अहसास देता है। इससे आपकी एनर्जी बढ़ती है। साथ ही इससे मांसपेशियां रिलैक्स होती है। ऐसे में यह योगासान आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
Yoga for energy: वृक्षासन
इसे बेहतरीन संतुलन आसन माना जाता है। इससे मानसिक शांति बढ़ती है साथ ही दिमाग का फोकस बढ़ता है। इसको करने से शरीर में मजबूती आती है। ऐसे में यदि आप इसे करते हैं तो दिनभर एनर्जी से भरे रहेंगे।
Yoga for energy: उष्ट्रासन
पेट, पीठ और कंधों की मजबूती के लिए यह आसन सही माना जाता है। यह आसन आपके शरीर को खींचने के साथ-साथ पेट, पीठ और कंधों को मजबूत करता है। उष्ट्रासन सुबह के समय ऊर्जा का संचार करता है और मानसिक शांति को बढ़ावा देता है।
Yoga for energy: त्रिकोणासन
शरीर के कंधे, हिप और पैर के लिए त्रिकोणासन को बेहतर माना जाता है। इससे शरीर संतुलित होता है और साथ ही दिमाग भी रिफ्रेश होता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
15 Jan 2025 09:11 am
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