विश्व स्वास्थ संगठन की माने तो बच्चों में जिंक की कमी होने से बार बार दस्त की समस्या होती है। इसलिए उन्हें जिंक का ड्रॉप और टेबलेट दी जाती है। जहां बच्चों को जिंक की जरूरत होती है। वही बड़ों को भी जिंक की कमी नहीं होना चाहिए। ऐसे में हमें उन खाद्य पदार्थों का उपयोग करना होगा। जिससे हमारे शरीर को जिंक मिलता रहे।
जिन लोगों को लंबे समय से कोई घाव है या वे अल्सर की समस्या से परेशान हैं। तो उनमें निश्चित ही जिंक की कमी होगी। जिन लोगों के घाव जल्दी नहीं भराते हैं। उन्हें चिकित्सक भी जिंक लेने की सलाह देते हैं।
जिंक में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। जिससे तनाव को कम किया जा सकता है। इसी के साथ जिन पुरुषों के शरीर में जिंक का लेवल कम होता है। उन्हें प्रजनन और यौन समस्याएं भी हो सकती है। जानकारी के अनुसार जस्ता को पुरुष यौन स्वास्थ्य के लिए आवश्यक बताया गया है। जिंक की कमी का नकारात्मक प्रभाव देखा गया है।
शरीर में जिंक की आपूर्ति करने के लिए हमें दूध, दही, पनीर, मशरूम, गोभी, कद्दू के बीज, काजू, लहसुन, तिल, मटर, गेहूं, बादाम, राजमा, सोयाबीन और दालों का उपयोग करना चाहिए।