
How to consume Arjun bark in winter
Arjun bark : आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटियां हैं, जो स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार करने के लिए उपयोग की जाती हैं। इनमें से एक है अर्जुन की छाल (Arjun bark) , जिसमें विशेषज्ञ औषधीय गुण होते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो कई बीमारियों को दूर करने में मदद कर सकते हैं। अर्जुन की छाल में कोर्टिसोल या तनाव के स्तर को कम करने की क्षमता भी होती है। स्वस्थ जीवनशैली के लिए आप भी अर्जुन की छाल का सेवन कर सकते हैं, खासकर सर्दियों के स्वास्थ्य के लिए यह फायदेमंद है। इससे सर्दी-जुकाम, खांसी, और गले की खराश जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है।
आप अर्जुन की छाल के पाउडर का उपयोग भी कर सकते हैं। इसके लिए, आप 2-3 ग्राम अर्जुन की छाल का पाउडर लें। इस पाउडर को शहद के साथ मिलाएं और फिर खा लें। आप चाहें तो पाउडर को पानी के साथ भी ले सकते हैं। रोजाना सुबह और रात को खाना खाने के बाद अर्जुन की छाल का पाउडर खाने से कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव हो सकता है। हालांकि, यदि आप किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, तो अर्जुन की छाल का सेवन करने से पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह लें।
सर्दियों में आप अर्जुन की छाल का पानी पी सकते हैं। इसके लिए रोज रात को एक छोटा टुकड़ा अर्जुन की छाल लें और इसे पानी में भिगोकर रखें। सुबह इस पानी को उबालें और पी लें। खाली पेट अर्जुन की छाल का पानी पीने से आपको कई स्वास्थ्य समस्याओं से राहत मिल सकती है। आप भी इस पानी का सेवन कर सकते हैं।
सर्दियों में अक्सर लोग चाय का अधिक सेवन करते हैं, लेकिन दूध से बनी चाय सेहत को हानि पहुंचा सकती है। इस परिस्थिति में आपको आयुर्वेदिक टी का उपयोग करना चाहिए, जिसमें आप अर्जुन की छाल से बनी चाय पी सकते हैं। इसके लिए, आप एक कप पानी लें और उसमें अर्जुन की छाल का छोटा-सा टुकड़ा डालें। अब इस पानी को अच्छी तरह से उबालें। जब पानी आधा हो जाए, तो इसका सेवन करें। आप रोजाना दो बार अर्जुन की छाल से बनी चाय पी सकते हैं। इस चाय को पीने से आपकी इम्यूनिटी बढ़ेगी और मौसमी बीमारियों से भी बचाव होगा।
सर्दियों के लिए अर्जुन की छाल का सेवन दूध के साथ करना फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए, एक गिलास दूध लें और उसमें अर्जुन की छाल के 1-2 छोटे टुकड़े डालें। अब इसे अच्छी तरह से उबालें। उबालने के बाद, इसे एक गिलास में छानकर निकालें। आप अर्जुन की छाल और दूध का सेवन दिन में दो बार कर सकते हैं। शाम को 4-5 बजे अर्जुन की छाल का दूध पीना लाभकारी हो सकता है, जो हृदय संबंधी समस्याओं का जोखिम कम करने में मदद करता है। साथ ही, खांसी और अस्थमा के रोगियों को भी लाभ हो सकता है। अर्जुन की छाल और दूध का सेवन करने से हाई कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर का स्तर भी नियंत्रण में रहता है।
अर्जुन की छाल से बना काढ़ा स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है और इसे बनाना भी बेहद आसान है। इसे चाय की तरह तैयार किया जा सकता है। एक गिलास पानी में अर्जुन की छाल डालकर अच्छी तरह उबालें और फिर इसे छानकर पी लें। शाम के समय इस काढ़े का सेवन करना लाभकारी माना जाता है। नियमित रूप से कुछ दिनों तक इसका सेवन करने से आपके स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।
अर्जुन छाल चाय एक कैफीन-रहित हर्बल चाय है जो अनेक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करने में सहायक होती है। इसे आयुर्वेदिक तरीकों से तैयार किया जाता है, जिसमें चिकित्सीय गुणों का समर्पण है।
आयुर्वेद डब्ल्यूएचओ द्वारा मान्यता प्राप्त एक पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली है, जिसमें सामान्यत: 5 वर्ष का नियमित स्नातक और भारत सरकार के द्वारा प्रदान किए जाने वाले 3 वर्ष के नियमित स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों का अध्ययन किया जाता है।
यह चिकित्सा पद्धति 5000 से अधिक वर्षों से भारत में अपनाई जा रही है, जिसमें जड़ी-बूटियों, खनिजों, उचित पोषण, शुद्धिकरण, और सबसे महत्वपूर्णता से, सकारात्मक जीवन शैली का उपयोग होता है।
- यह चाय प्राकृतिक सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जिससे हृदय को आवश्यक पोषण मिलता है।
- इसका सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रोल की स्तर को संतुलित रखने में मदद होती है।
- हृदय की पम्पिंग क्षमता को सुधारने में यह मदद करती है।
- इसमें प्राकृतिक फ्लैवोनॉयड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स की उच्च मात्रा होती है, जो शरीर को मुक्त करता है।
- दालचीनी और इलायची के स्वाद के साथ, यह बहुत ही स्वादिष्ट है।
- इसका सेवन परिरक्षक भी होता है, जिससे यह स्वास्थ्य के लिए उत्कृष्ट है।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।
Published on:
06 Jan 2025 06:10 pm
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