5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

वायरल फीवर के बाद की खांसी से परेशान हैं? त्रिकटुचूर्ण और शहद से पाएं तुरंत आराम

Natural remedy for viral fever cough : वायरल फीवर में शरीर में दर्द, तेज बुखार, खांसी-जुकाम के लक्षण आमतौर पर देखने को मिलते हैं। इसके दो प्रमुख कारण हैं। पहला, मौसम में बदलाव यानी तापमान का घटना और यह मौसम मच्छरों, बैक्टीरिया और वायरस के बढऩे और फैलने के लिए मुफीद माना जाता है।

3 min read
Google source verification
natural-remedy-for-viral-fe.jpg

natural remedy for viral fever cough

वायरल फीवर में शरीर में दर्द, तेज बुखार, खांसी-जुकाम के लक्षण आमतौर पर देखने को मिलते हैं। इसके दो प्रमुख कारण हैं। पहला, मौसम में बदलाव यानी तापमान का घटना और यह मौसम मच्छरों, बैक्टीरिया और वायरस के बढऩे और फैलने के लिए मुफीद माना जाता है। दूसरा, बारिश में कुदरती रोगों से लडऩे की क्षमता यानी शरीर की इम्युनिटी कम हो जाती है। जब शरीर की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है तो हल्का संक्रमण भी शरीर को चपेट में ले लेता है। नतीजा तेज बुखार के रूप में सामने आता है। इसमेंं आयुर्वेदिक काढ़ा लेने की सलाह दी जाती है। जानते हैंं बचाव के अन्य आयुर्वेदिक उपायों के बारे मेंं-

- 4 से 5 दिन लग रहे हैं वायरल फीवर को ठीक होने में, शरीर में पानी की कमी न हो। 2-3 लीटर पानी जरूर पीएं।

- 100 डिग्री सेल्शियस से कम है बुखार तो अनावश्यक रूप से बुखार की दवा न दें। ठंडी पट्टी करें।

लक्षण: आंखों का लाल होना, सिर का तेज गर्म होना, उल्टी और दस्त होना, शरीर के तापमान का बढऩा, ठंड और कंपकपी लगना, सर्दी-जुकाम, नाक बहना, सिरदर्द, बदन दर्द, उल्टी या डायरिया आदि इसके लक्षण हो सकते हैंं।

यह भी पढ़े-डेंगू में आंखों के पीछे तेज दर्द, पेन किलर लेना है जानलेवा

वायरल फीवर होने पर इन उपायों को अपनाएं
- वायरल फीवर से बचाव के लिए तुलसी की 10-15 पत्तियों में एक चम्मच लौंग के चूर्ण के साथ एक लीटर पानी मिलाकर उसको तब तक उबालें, जब तक पानी आधा न हो जाए। ठंडा होने पर पानी छान लें और हर एक घंटे में थोड़ा पीएं।

- वायरल फीवर होने पर एक कप मेथी के दाने लें। उसे रातभर भिगो कर रख दें और सुबह छान लें। इसे हर एक घंटे में पीएं।

- सौंठ पाउडर, जिसमें फीवर को ठीक करने वाले गुण होते हैं, इसमें एक छोटी चम्मच हल्दी, एक चम्मच काली मिर्च का पाउडर, थोड़ी सी चीनी और एक चम्मच सौंठ का पाउडर मिलाएं। इन सभी चीजों को एक कप पानी में उबाल लें। ठंडा करने के बाद थोड़ी-थोड़ी देर से इस पानी को पीएं। बुखार होने पर गुनगुने पानी में शहद और नींबू का रस मिलाकर पीने से आराम मिलेगा।

इम्युनिटी बढ़ाकर संक्रमण से बचाव करें
- सुबह शाम दो-दो बूंद अणु तेल नाक में लगाएं। बाहरी संक्रमण से बचाव होता है।
- गर्म दूध में एक चौथाई चम्मच हल्दी मिलाकर रात मेंं पीएं। इससे संक्रमण से बचाव होगा।
- तुलसी का रस करीब आधा चम्मच और उसमें आधा चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो-तीन बार लें। इसी तरह -च्यवनप्राश भी ले सकते हैं। वयस्कों को 10 ग्राम और बच्चों को 5 ग्राम जितनी मात्रा में देंं।

बाजार से आयुष काढ़ा लेकर सुबह -शाम के समय पीते हैं तो उससे भी संक्रमण से बचाव होगा।
घर में खुद भी काढ़ा बना सकते हैं। इसके लिए थोड़ी सौंठ, थोड़ी मात्रा में कालीमिर्च पाउडर, थोड़ी दालचीनी और 5-6 पत्ती तुलसी के मिलाकर काढ़ा तैयार करेंं।

यह भी पढ़े-Isabgol Benefits: इसबगोल पेट की समस्याओं के लिए है रामबाण, जानें इसके अद्भुत फायदे

गिलोय का रस करीब 5 एमएल रोज लें। इससे भी इम्युनिटी बढ़ेगी।

बुखार के बाद कमजोरी है तो...
वायरल के बाद पोस्ट वायरल कमजोरी है तो रोज अश्वगंधा 3-3 ग्राम की मात्रा में एक गिलास दूध के साथ लें। कमजोरी, सिर दर्द, बदन दर्द मेंं आराम मिलेगा। रोज च्यवनप्राश भी ले सकते हैं।

अगर खांसी लंबी चल रही है तो...
कफ खांसी होती है तो कंटकारी अवलेह ले सकते हैं। त्रिकटूचूर्ण दो ग्राम मात्रा में 4-5 बार दिन में शहद के साथ लें।
कालीमिर्च कूटकर उसमें आधा चम्मच शहद के साथ दिन मेंं 3-4 बार लेने से भी आराम मिलता है।

डॉ. दीप्ति भाकुनी आयुर्वेद विशेषज्ञ, एनआइए, जयपुर


बड़ी खबरें

View All

घरेलू और प्राकृतिक उपचार

स्वास्थ्य

ट्रेंडिंग

लाइफस्टाइल