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वुडन और गुड़ क्लस्टर यूनिट की प्रक्रिया कागजों में उलझी

छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने और स्थानीय उत्पादों को देश-विदेश में पहचान दिलाने के लिए सरकार प्रयासरत है, लेकिन बैतूल जिले में पिछले डेढ़ साल से वुडन और गुड़ क्लस्टर जैसी यूनिटों की स्थापना को लेकर जमीनी स्तर पर अभी तक काम शुरू नहीं हो सका है। विभागीय स्तर पर ही कागजी कार्रवाई भर चल रही है।

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Farmers work for jaggery production

Farmers work for jaggery production at different places in the district.

छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने और स्थानीय उत्पादों को देश-विदेश में पहचान दिलाने के लिए सरकार प्रयासरत है, लेकिन बैतूल जिले में पिछले डेढ़ साल से वुडन और गुड़ क्लस्टर जैसी यूनिटों की स्थापना को लेकर जमीनी स्तर पर अभी तक काम शुरू नहीं हो सका है। विभागीय स्तर पर ही कागजी कार्रवाई भर चल रही है। वुडन क्लस्टर को लेकर जमीन भर चिन्हित की गई है। जबकि यूनिट की स्थापना को लेकर पूरी जिम्मेदारी वुडन कारोबार से जुड़े लोगों पर थोप दी गई है। ऐसे में वुडन क्लस्टर की स्थापना को लेकर ही सवाल खड़े होने लगे हैं। इसी प्रकार गुड क्लस्टर यूनिट को लेकर भी मामला अभी कागजी प्रक्रिया में होना बताया जा रहा है। वहीं जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र का कहना है कि वर्ष 2024 तक दोनों की यूनिटें शुरू हो जाएंगी। इन यूनिटों के शुरू होने से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा और छोटे उद्योगों की अपनी पहचान बनेगी।

वुडन क्लस्टर यूनिट
वुडन क्लस्टर की स्थापना ग्राम कढाई में की जाना है। इसके लिए जमीन का चयन करने सहित जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र ने वुडन क्लस्टर के संबंध में टेण्डर की प्रक्रिया पूर्ण कर ली है। जिला स्तर से टेंडर प्रक्रिया होने के बाद इसे स्वीकृति के लिए मुख्यालय स्तर पर लंबित होना बताया जा रहा है। वुडन क्लस्टर कढ़ाई पर पहुंच मार्ग के लिए नेशनल हाईवे से सीसी रोड निमार्ण किया जाना भी प्रस्तावित है। बताया गया कि वुडन क्लस्टर निर्माण को लेकर लंबे समय से प्रक्रिया चल रही हैं लेकिन मामला अभी कागजी प्रक्रिया में ही उलझा हुआ है। वुडन कारोबार से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि सरकार जमीन सिर्फ दे रही है लेकिन डेवलपमेंट संबंधी काम समिति बनाकर किया जाना है जिसका खर्चा भी वुडन कारोबारियों को उठाना पड़ेगा। अभी समिति तक नहीं बनी है। इस वजह से कोई प्रोजेक्ट में रूचि नहीं ले रहा हैं। जमीन का ग्रामीण क्षेत्र में होना भी प्रोजेक्ट के लिए एक परेशानी बताई जा रही है।

गुड़ क्लस्टर यूनिट
गुड़ क्लस्टर यूनिट की स्थापना ग्राम उड़दन में की जाना है। इसके लिए जमीन भी चयनित हो चुकी हैं, लेकिन प्रोजेक्ट शुरू किए जाने को लेकर अभी शासन स्तर से फाइनल अनुमति मिलना शेष बताया जा रहा है। गुड़ क्लस्टर को लेकर नेशनल शुगर इंस्ट्टियूट कानपुर से टेक्निकल अभिमत प्राप्त हो चुका हैं, लेकिन जीओई के समक्ष अंतिम स्वीकृति प्रस्तुत करने के लिए प्रकरण लंबित है। बताया गया कि गुड़ क्लस्टर की स्थापना के लिए केंद्र सरकार को वित्तीय सहायता के लिए प्रस्ताव भी भेजा गया है लेकिन वित्तीय सहायता अभी प्राप्त नहीं हो सकी है। उल्लेखनीय हो कि प्रोजेक्ट पर लंबे समय से काम चल रहा है।

इनका कहना
-गुड़ और वुडन क्लस्टर यूनिट की स्थापना को लेकर प्रक्रिया चल रही है। संभवत: वर्ष 2024 में यूनिटों की स्थापना हो जाएगी। गुड़ क्लस्टर में फाइनल स्वीकृति मिलना अभी शेष है। वुडन क्लस्टर को लेकर भी जमीन पर डेवलपमेंट किया जाना है।
- रोहित डावर, महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र बैतूल।
- गुड़ क्लस्टर को लेकर केंद्र सरकार को वित्तीय सहायता के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इसके स्वीकृत होते ही काम शुरू किया जाएगा।
- विवेक शुक्ला, सचिव बैतूल जेगरी प्रा.लि.
- वुडन क्लस्टर में व्यापारियों को कोई आर्थिक सहायता नहीं दी जा रही है और न ही मार्केटिंग की व्यवस्था की जा रही है। व्यापारियों को ही समिति बनाकर जमीन का विकास कार्य करना होगा। जिसमें लाखों रुपए खर्च होंगे। जिससे व्यापारी सामने नहंीं आ रहे है।
-राजा साहू, अध्यक्ष टिम्बर एसोसिएशन बैतूल।