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217 करोड़ का ठेका रद्द: पुराने ठेकेदारों को 13 रेत खदानें सौंपी सरकार ने

नई रेत नीति के तहत कांग्रेस शासन ने दिए थे ठेके, रेत कम होने के कारण अनुबंध नहीं किया था कंपनी ने

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sand mines

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होशंगाबाद. होशंगाबाद की नौ और आगर मालवा एवं मंडला की दो-दो रेत खदानें अब पुराने रेत ठेकेदार ही चलाएंगे। खनिज विभाग ने इन ठेकेदारों की सहमति से दस प्रतिशत प्रति घन मीटर दर वृद्धि के साथ अनुबंध की समय-सीमा एक साल बढ़ा दी है। उनका ठेका 31 मार्च को ही समाप्त हो गया था।

217 करोड़ में लिया था ठेका

ज्ञात रहे कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार की परिवर्तित रेत नीति के तहत होशंगाबाद क्लस्टर की रेत खदानों का ठेका तेलंगाना की पावर मैक प्रोजेक्ट लिमिटेड कंपनी ने 217 करोड़ में लिया था। उसे एक अप्रेल से खदानें संचालित करना थी लेकिन कंपनी रेत कम होने का हवाला देकर राशि कम करने की मांग को लेकर अदालत की शरण में चली गई थी। शासन ने पहले शेष राशि जमा कर अनुबंध के लिए मोहलत दी फिर ठेका निरस्त कर 25 करोड़ रुपए की जमा राशि राजसात कर ली थी। यह कंपनी भिंड और सीहोर में रेत खदानें चला रही है।

इन्हे मिला फिर मौका

खनिज विभाग ने शनिवार को होशंगाबाद की शिवा इंटरप्राइजेज की चार खदानों के साथ शिवम इंटरप्राइजेज, एसोसिएट कामर्स, संतोष राज द्विवेदी और ठाकुर कंट्रेक्शन की नौ रेत खदानों को एक साल के लिए पुन: आवंटित कर दी हैं। उन्हें स्वीकृत दर से दस प्रतिशत या फिर इसके लिए हाल ही में बुलाए टेंडर की अधिकतम दर से राजस्व देना होगा। आगर मालवा की दोनों खदानों के लिए दोबार हुई ई-निविदा में कोई बोली नहीं लगी, इस कारण उनकी दर उज्जैन संभाग के अन्य जिलों की उच्चतम दर के औसत से राशि तय की जाएगी। इन तीनों जिलों की रेत खदानें चलाने के लिए नए ठेकेदारों ने अनुबंध नहीं किए थे।

एक-दो दिन में शुरू हो जाएगा खनन

अभी होशंगाबाद की रेत खदानों से उत्खनन पूरी तरह बंद था। इस कारण लगातार अवैध उत्खनन और रेत चोरी हो रही थी। दो माह बाद अगले एक-दो दिन में फिर से रेत उत्खनन शुरू हो जाएगा।