मृतक के चाचा मो. वफादी ने बताया कि इस्लाम को तीन चार दिन से बुखार आ रहा था, 30 सितम्बर को सामुदायिक स्वास्थय केंन्द्र में दिखाया वहां डॉक्टरों कुछ दवा दी और कहा ठीक हो जाएगा। लेकिन जब दो दिन तक बुखार नहीं उतरा तो हरदा के निजी अस्पताल में डॉक्टर को दिखाया उन्होंने कहा कि डेंगू के लक्षण हैं तुरंत इंदौर या भोपाल ले जाओ। तब आनन फानन में इंदौर ले गए जहां उपचार के दौरान इस्लाम का इंतकाल हो गया है।