चार जनवरी को हुए मतदान में 58210 में से 43486 (74.60 प्रतिशत) ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। शनिवार को आम चुनाव के मतगणना प्रक्रिया सुबह नौ बजे से प्रारंभ हुई। चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस के हरिमोहन शर्मा व भाजपा के सुरेंद्र जैन के बीच सीधा मुकाबला था। वहीं 35 वार्ड में पार्षद के लिए 105 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। इनमें निर्दलीयों की संख्या 36 रही। 11 वार्डों में पार्षद पद के लिए सीधा मुकाबला रहा। 12 में त्रिकोणीय व 9 में चतुष्कोणीय टक्कर है। वहीं वार्ड क्रमांक 2 व 15 में पांच-पांच प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे। वार्ड क्रमांक 4 में कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन फॉर्म निरस्त होने से यहां केवल अध्यक्ष पद के लिए वोट डाले गए। नाम वापसी के पहले पार्षद प्रत्याशियों की संख्या कहीं अधिक थी। समझाइश के बाद कुछ तो मैदान से हट गए थे, वहीं डटे रहे निर्दलीय प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने चुनाव में खासा दम दिखाया। मतदान के बाद सामने आए रुझानों के अनुसार कुछ वार्डों में निर्दलीय दोनों ही राजनीतिक दलों की जीत के समीकरण बिगाड़ सकते हैं। इनके हारने की स्थिति में भी अधिकतर के दूसरे नंबर पर रहने की बात कही जा रही है।