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प्रदेश के सबसे बड़े पुल पर क्यों चल रहा है पैंचवर्क

ब्रिज कार्पोरेशन ने शुरू कराया मरम्मत कार्य, पुल की टूटी रैलिंग को भी सुधारा जाएगा

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होशंगाबाद. प्रदेश के सबसे लंबे पुल में शुमार बाबई रोड के खस्ताहाल तवा पुल की सड़कों के गड्ढे भरने का काम शुरू हुआ है। ब्रिज कार्पोरेशन व्दारा गड्ढों को बारीक काली बजरी एवं डामर से गड्ढों को मजदूरों से भरवाकर रोलर से प्लेन किया जा रहा है।
गौरतलब है कि पत्रिका ने बुधवार के अंक में पितृपक्ष में किसान भर रहा सड़कों के गड्ढे शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। जिसमें सुपरली के किसान ने सरकारी ढर्रे से नाराजगी जताते हुए ब्रिज के खुद गड्ढे गिनकर इसे ग्रामीणों की मदद से भरने की बात कही थी।
प्रदेश का सबसे लंबा 37 वर्ष पुराना है ब्रिज : पिपरिया-जबलपुर स्टेट हाईवे पर होशंगाबाद से करीब 10 किमी दूर बाबई रोड का यह तवा ब्रिज करीब 37 वर्ष पुराना है। इसकी लंबाई 1365 मीटर है और यह 56 पिल्लरों पर खड़ा है। वर्तमान में इसकी हालत खराब है। रैलिंग जगह-जगह से टूट चुकी है। सड़क भी खस्ताहाल हो चुकी है। इस पर करीब 965 गड्ढे हो चुके हैं। इस वजह से आवागमन में भारी परेशानी हो रही है। वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं।
भारी भरकम वाहनों ने किया छलनी : ब्रिज की सड़क के गड्ढों की मरम्मत करा रहे ब्रिज कार्पोरेशन के मेंटेनेंस इंजीनियर आरके मेहरा ने बताया कि ब्रिज की सड़क 30-40 टन वजनी ओवर लोड भारी वाहनों की निरंतर आवाजाही एवं बारिश के कारण खराब हो रही है। खासकर रेत के ओवरलोड डंपरों के कारण सड़क छलनी हुई है। जिसकी मरम्मत कराई जा रही है। रैलिंग को भी जल्द ही सुधरा जाएगा।

पहुंचे थे गड्ढे भरने, गिने तो निकले 965 : वाहनचालकों को सड़कों के हादसे से बचाने ग्राम सुपरली के समाजसेवी योगेंद्र सिंह सोलंकी साथियों के साथ गड्ढे भरो अभियान चला रहे हैं। जब वे साथियों के साथ तवा पुल के गड्ढे भरने पहुंचे तो उनका ग्रुप भी चौंक गया, क्योंकि पुल की पूरी सड़क गड्ढों से भरी थी। गड्ढे भरने का अभियान छोड़कर ग्रुप के सदस्य पुल के गड्ढे गिनने में भिड़ गए। उनकी गिनती में पुल पर कुल 965 गड्ढे सामने आए।
55 पिलर पर खड़ा है पुल : तवा पुल की लंबाई करीब 1700 मीटर है और यह पुल 55 पिलरों पर खड़ा हुआ है। तवा पुल से प्रतिदिन करीब 2000 डंपरों की आवाजाही होती है। रेत से भरे डंपरों के कारण तवा पुल की सड़क पूरी तरह उधड़ गई है और उस पर आवागमन खतरनाक हो गया है।