
डरे दूल्हे ने शादी वाले दिन किया बारात लाने से इंकार, दुल्हन ने दिखाई बहादुरी किया ये दिलेरी वाला काम
नई दिल्ली। आपने आजतक कई बहादुरी के किस्से सुने होंगे जिसे सुन आप हैरान भी हुए होंगे लेकिन ऐसे बहुत काम किस्से होते हैं जो प्रेरणा दे जाएं। ऐसा ही एक किस्सा हुआ बिहार में। यहां बीते दिनों एक ऐसी शादी हुई जिसके बारे में सुनकर हर कोई दुल्हन के लिए तारीफों के पुल बांध रहा है। जानकारी के लिए बता दें ये शादी दुल्हन की बहादुरी की वजह से हो पाई। बिहार के कटिहार के मनिहारी अनुमंडल के नीमा गांव की सुनीता टुडू की शादी साहेबगंज झारखंड के मररो गांव में तय हुई थी। यहां बिहार के कटिहार से झारखंड के साहेबगंज क्षेत्र तक जाने के लिए स्टीमर ही एक रास्ता है लेकिन पिछले कई दिनों से यहां स्टीमर सेवा बंद है। ऐसे में नाव से नदी पार करना ही एकमात्र विकल्प बचा था।
स्टीमर सेवा बंद होने से शादी-विवाह के कार्यक्रमों में बहुत परेशानियां आ रही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि नाव से बारात ले जाना बेहद ही मुश्किल काम है। ऐसा करना जान माल दोनों के लिए खतरा रहता है। सुनीता की शादी में भी यही परेशानी आई। ऐसे में लड़के वालों के पास केवल एक ही विकल्प था की वो नाव से नदी पार करें और बारात लेकर लड़की वालों के घर पहुंचें।लेकिन नाव से नदी पार करने की बात पर लड़के वालों ने शादी से इंकार कर दिया। शादी की तारीख 6 जुलाई तय हुई थी मंडप सज चुका था। शादी से इंकार करने के पीछे उन्होंने कारण दूल्हे का नाव में सफर करने का डर बताया। उन्होंने कहा कि दूल्हे को नाव से नदी पार करने में डर लगता है। इसे देखते हुए लड़के वालों ने 6 जुलाई को होने वाली शादी से इनकार कर दिया था। ऐसे में सुनीता बहादुरी दिखाते हुए खुद नाव और बारात लेकर पहुंच गई ऐसा उसने अपनी शादी को बचाने के लिए किया। सुनीता की बहादुरी देखकर उसके परिजनों और गांववालों ने भी उसका समर्थन किया जिसके कारण यह शादी संपन्न हुई।
Published on:
12 Jul 2018 09:28 am
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