यूके का यॉर्कशायर तट पर पुरातत्वविदों ने 166 मिलियन साल (16.6 करोड़) पुराने डायनासोर के फुटप्रिंट को खोजा है, जो 80 सेंटीमीटर लंबा है। इस विशाल डायनासोर पदचिह्न को एक अद्भुत खोज के रूप में चिह्नित किया गया है।
यूके का यॉर्कशायर तट पर हजारों डायनासोर के पैरों के निशान है। फिर भी हाल की एक खोज ने पुरातत्वविदों को चकित कर दिया है। समुद्र तट के किनारे चलते समय एक स्थानीय पुरातत्वविद् ने 80 सेंटीमीटर लंबे डायनासोर के फुटप्रिंट पर ठोकर खाई। उसे विश्वास नहीं हुआ कि उसने अभी क्या देखा और जल्दी से अन्य विशेषज्ञों को संपर्क करके बुला लिया। मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के जीव विज्ञानी डीन लोमैक्स ने समुद्र तट से एक टीम भेजकर नमूना एकत्रित कराया। 16.6 करोड़ साल पुराने इस फुटप्रिंट को देखकर आर्कियोलॉजिस्ट भी हैरान हैं।
इसके बाद डीन लोमैक्स ने इस फुटप्रिंट को एक "अद्भुत खोज" के रूप में वर्णित करते हुए कहा कि यह अब विलुप्त हुए डायनासोर के बारे में व्यवहार में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान कर रहा है।" इसके साथ ही उन्होंने कहा कि फुटप्रिंट की यह भी दिखा रहा है कि शायद शिकार करने के पहले झुका था। इसके अलावा लोमैक्स ने कहा कि "यह सोचना मजेदार है कि यह डायनासोर जुरासिक में एक आलसी रविवार की दोपहर में टहल रहा होगा।"
क्यों खास है डायनासोर का ये फुटप्रिंट
डीन लोमैक्स के अनुसार ये खोज महत्वपूर्ण है क्योंकि यह यॉर्कशायर तट पर पाए गए केवल छह समान प्रिंटों में से एक है, जिसे पहली बार 1934 में खोजा गया था। इसने दुनिया भर के लोगों को आकर्षित किया है।
मेगालोसॉरस है दुनिया का पहला डायनासोर
मेगालोसॉरस दुनिया का पहला डायनासोर है, जिसे 1824 में खोजा और नाम दिया गया था। मेगालोसॉरस उम्र के सबसे बड़े शिकारियों में से एक था, जिसकी बड़ी खोपड़ी की लंबाई 26 से 30 फीट थी।