वायरल हो रहे इस न्यूज की एक कॉपी (PIB) के फैक्ट चेक हैंडल पर शेयर की गई। जिसमें लिखा गया है कि ब्रॉयलर चिकन में कोरोना वायरस पाया गया है। मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि आप ब्रॉयलर चिकन न खाएं और कृपया इसे हर जगह शेयर करें। जब पीआईबी ने खबर को चेक किया तो सारे दावे फर्जी पाए गए। उनके मुताबिक ब्रॉयलर चिकन में कोरोना वायरस पाए जाने का अभी तक कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है। वैसे अभी तक इस बात का पता नहीं चल पाया है कि ये मैसेज सोशल मीडिया पर सबसे पहले किसने डाला। इस बात की छानबीन की जा रही है।
वैसे इस खबर के वायरल होने से पोल्ट्री उद्योग को काफी नुकसान पहुंच रहा है। इंडस्ट्री से जुड़ी एक कंपनी के मुताबिक कोरोना वायरस के चलते कारोबार काफी डाउन हो गया है। नए आर्डर नहीं मिल रहे हैं और न ही लोग इनकी खरीदारी कर रहे हैं। इतना ही नहीं पुराने प्रोजेक्ट ने भी फिलहाल काम बंद कर दिया है। इससे बहुत आर्थिक नुकसान हो रहा है। मालूम हो कि अभी हाल ही चीन में प्रोसेस्ड फूड यानि पैकेट वाले सीफूड में कोरोना वायरस पाए जाने की खबर सामने आई थी। जिसके चलते चीनी प्रशासन ने अलर्ट जारी किया था। साथ ही शिपमेंट की सारी जगह सील कर दी थीं।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक चिकन खाने या ना खाने से कोरोना वायरस का कोई मतलब नहीं है। क्योंकि H5N1 और कोरोना वायरस दो अलग-अलग इन्फ़ेक्शन हैं। H5N1 एक इंसान से दूसरे इंसान में नहीं फैलता है। जबकि करोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। अभी तक ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं कि ये जानवरों से फैलते हैं।