वैसे तो गाय-भैंसों का गोबर कई तरह से काम आ सकता है। इसे छाने बना कर चूल्हे में प्रयोग कर सकते हैं, गोबर काष्ठ बना सकते हैं, गोबर गैस के रुप में प्रयोग कर सकते हैं या फिर ऑर्गेनिक खाद बना सकते हैं। इन सभी में ज्यादा मेहनत नहीं होती है लेकिन गोबर से पेपर बनाने में बहुत मेहनत होती है। जानिए पूरी विधि-
14 नहीं 28 दिनों तक जिंदा रह सकता है कोरोना वायरस, मोबाइल स्क्रीन से भी फैलता है नमक के पानी में नहाने से दूर होती हैं एलर्जी, इंफेक्शन और कई बीमारियां ऐसे बनता है गाय के गोबर से पेपर बैगसबसे पहले गाय/ भैंस के गोबर को साफ कर उसमें से कंकड़, पत्थर को अलग निकाल दिया जाता है। इसके बाद साफ गोबर को सौ डिग्री सेल्सियस पर पानी में डाल कर उबाला जाता है। ठंडा होने के बाद उसमें से पानी को अलग कर कागज की लुगदी मिला दी जाती है और एक फ्रेम में लेकर इस पूरे मिश्रण को अच्छी तरह से फैला दिया जाता है। अंत में फ्रेम में बिछाए गए इस मिश्रण को धूप में सूखने के लिए बिछा फैला दिया जाता है। सूखने के बाद पेपर तैयार हो जाता है। इस पेपर से आप बैग या फिर अन्य कोई चीज बना सकते हैं।
मशीनों से भी बना सकते हैं पेपर
यदि आप मानव श्रम का प्रयोग किए बिना पेपर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए मशीनें भी आती हैं। ये मशीन पांच लाख रुपए से लेकर 15 लाख रुपए तक की कीमत में आती है और आप अपनी आवश्यकतानुसार इन्हें खरीद कर प्लांट स्टार्ट कर सकते हैं।
वर्तमान में आप इसे कुमारप्पा नेशनल हैंडमेड पेपर इंस्टीट्यूट से इस संबंध में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यहां पर प्लांट लगाने वाले इंजीनियर आपका मार्गदर्शन भी करते हैं और आपको यथासंभव मदद भी उपलब्ध करवाते हैं।