
नई दिल्ली। आज यानी 21 फरवरी को पूरा देश महाशिवरात्रि (Mahashivratri 2020) का पावन पर्व मना रहा है। आज 117 साल बाद शनि और शुक्र का दुर्लभ योग बन रहा है। ये एक दुर्लभ योग है, जब ये दोनों बड़े ग्रह शिवरात्रि (shivratri 2020) पर इस स्थिति में रहेंगे। इससे पहले 25 फरवरी 1903 को ऐसे संयोग बने थे।
आज शाम 5 बजकर 20 मिनट के बाद से चतुर्दशी तिथि लग रही है। इससे पहले त्रयोदशी की तिथि रहेगी। ऐसे में अगर आप भगवान की पूजा शाम शाम को करें। ऐसा करने से आपको ज्यादा अच्छा परिणाम मिलेगा।
भगवान शिव (Shiva) की पूजा के लिए सबसे अच्छा मंत्र ओम नमः शिवाय (om namah shivay) है। इस मंत्र में बहुत सारी शक्तियां समाहित है। ओम नमः शिवाय (Facts about Om Namah Shivaya) केवल मंत्र नहीं है।यह मंत्र आत्मा के माध्यम से आत्मा की शुद्धि करने का पथ हैं।
यह मंत्र आपको हमेशा शांति का मार्ग दिखाएगा और आपको बुद्धि प्रदान करेगा। ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करके आप अपने अहंकार और आक्रामकता को भी थत्म कर सकते हैं। इस मंत्र के जाप से आपको अपने जीवन का सही रास्ता पता चल जाएगा।इसके अलावा यह मंत्र नकारात्मक "ग्रहों" के हानिकारक प्रभावों को भी कम करने में मदद करता है। अगर आपकी जीवन कुंडली में कोई दोष हैं तो आपको इस मंत्र का सुबह और शाम जाप जरूर करना चाहिए।
इस मंत्र की मदद से आप सीधे तौर पर भगवान शिव के सर्पक में आ जाते हैं। आपको इस मंत्र को 108 बार जप करना चाहिए। इसके जाप करने से पहले आपको अपने पैरों को मोड़ कर एक आसन की तरह बैठना चाहिए - यह योग मुद्रा है। इसके बाद अपनी पीठ को सीधा करें। इसके बाद आखों को बंद कर इस मंक्ष का जाप करें।
Published on:
21 Feb 2020 09:42 am
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