
मेजर विभूति शंकर के पार्थिव शरीर को उनकी पत्नी ने चूमा तो लगा जैसे धरती फट गई हो
नई दिल्ली। पूरा देश भारत के शहीद वीरों को सलाम कर रहा है, लेकिन जिस दर्द से उनका परिवार गुज़र रहा है उसे शब्दों में बयां करना नामुमकिन है। शहीद चित्रेश बिष्ट की अंतिम विदाई के बाद देहरादून के एक और लाल की अंतिम विदाई हुई। शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल ने शहीद चित्रेश बिष्ट के साथ एक ही स्कूल से देशभक्ति की सीख ली थी। मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल रविवार रात आतंकियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए। आज मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल को अंतिम विदाई दी जा रही है। अंतिम विदाई ऐसी जिसे देख किसी की भी आंखों से आंसू निकल जाए। सेना के जवान जब मेजर विभूति शंकर को तरंगे में लपेटे ताबूत में लेकर पहुंचे तो वह देख परिवार बिलख उठा। रोने की चीखों के बीच दिल चीर देने वाला सन्नाटा था। वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम थीं लेकिन मेजर विभूति शंकर की अंतिम विदाई की तस्वीरें देख हर कोई विचलित है। मेजर विभूति की पत्नी ने जब उनके पार्थिव शरीर को चूमा तो मानों जैसे धरती फट गई हो।
34 वर्षीय मेजर विभूति घर के छोटे बेटे थे। पिता ओपी ढौंडियाल का निधन 2015 में हो चुका है। मेजर विभूति की शादी पिछले साल ही 19 अप्रैल को हुई थी। पत्नी निकिता कौल ढौंडियाल दिल्ली में एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करती हैं। वे हर हफ्ते ससुराल आया करती थीं। सोमवार सुबह वे वह ट्रैन में ही थीं जब उन्हें यह दुखद सूचना मिली। मेजर विभूति के पार्थिव शरीर को जिस तरह उनकी पत्नी निहार रहीं थीं उसे देख हर किसी का दिल बैठ गया। शहीद मेजर विभूति और निकिता कौल ढौंडियाल की शादी को अभी 10 महीने ही हुए थे। शहीद मेजर विभूति की अंतिम विदाई की यह तस्वीरें देख किसी का भी कलेजा फट जाए।
Updated on:
19 Feb 2019 11:13 am
Published on:
19 Feb 2019 11:10 am
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