
असलियत में सफेद रंग का है दिल्ली का लाल किला, इस वजह से दिखता है लाल
नई दिल्ली: आप में से बहुत सारे लोग पुरानी दिल्ली में स्थित लाल किला देखने जरूर गए होंगे। लाल किले का निर्माण आज ही के दिन यानि 29 अप्रैल 1638 में शुरू करवाया गया था। लाल किला अपने आप में एक बेमिसाल कलाकृति है जिसे देखने के लिए हर दिन सैकड़ों की संख्या में लोग आते हैं, लेकिन इसके बारे में कुछ ऐसी बातें हैं जिनके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते होंगे।
लाल किले का निर्माण बादशाह शाहजहां ने अपनी राजधानी को आगरा से परिवर्तित करते हुए दिल्ली बनाने के लिए करवाया था। इस किले का निर्माण साल 1638 में शुरू हुआ Red Fort का निर्माण कार्य लगभग 10 साल चला और 1648 में पूर्ण हुआ। लाल किले का नक्शा अहमद लाहोरी ने बनाया था, ये वही शख्स हैं जिन्होंने ताजमहल का नक्शा भी बनाया था।
2007 में लाल किले को UNESCO WORLD HERITAGE में शामिल किया गया। लाल किला भग दो सौ सालों तक मुगलों का निवास स्थान रह चुका है।
असलियत में सफ़ेद रंग का है लाल किला
आप में से ज्यादातर लोग नहीं जानते होंगे कि लाल किला किला असलियत में सफ़ेद रंग का बनाया गया था। यह किला पूरी तरह से सफ़ेद रंग के पत्थरों से बना हुआ है जिन्हें चूना पत्थर कहते हैं। लेकिन काफी समय बीतने के बाद इन पत्थरों का रंग बुरी तरह से खराब हो गया था जिसकी वजह से ब्रिटिशों ने इसके ऊपर लाल रंग करा दिया। हालांकि आज भी ज्यादातर लोगों को यही लगता है कि ये किला लाल रंग का है लेकिन इसकी असलियत इसके लाल रंग के नीचे छिपी हुई है।
Published on:
29 Apr 2019 07:00 am
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