
नई दिल्ली। देश में कोरोना (Coronavirus) का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। साथ ही बीते 3 दिनों से तापनाम में भी तेजी से वृद्धि हुई है। कई शहरों में पारा 46 से 47 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। ऐसे में तापमान बढने से हीट स्ट्रोक (Heat Stroke) का खतरा बढ गया है। दरअसल, डाक्टरों का कहना है कि शुरआती गर्मी में लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से लोग अपने घरों में थे। ऐसे में उनका शरीर अचानक से इतना तापमान सह नहीं पाएगा जिसके चलते उनमें हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है।
डाक्टरों के मुताबिक इन दिनों घर से बाहर एकदम ना निकले लेकिन अगर किसी जरूरी काम से बाहर निकल रहे हैं तो धूप से बचने के सारे प्रबंध कर लें। इसके साथ हीखानपान में सीजनल फलों का इस्तेमाल ज्यादा करें और पर्याप्त मात्रा में पानी पीयें। ताकि शरीर का हाइड्रेशन सिस्टम(Hydration system) बेहतर बना रहे और शरीर में तापमान नियंत्रण की क्षमता फेल न होने पाए।
AIMS के डाक्टर B.S Khetan ने बताया कि वैसे तो हर इंसान की गर्मी झेलने की क्षमता अलग-अलग होती है लेकिन तापमान सामान्य तौर पर 40-42 डिग्री सेल्सियस से अधिक तामपान होने पर शरीर में तापमान नियंत्रित करने की क्षमता प्रभावित होने लगती है। ऐसे में 46-47 डिग्री सेल्सियस में बाहर निकलने से हीट स्ट्रोक का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि हीट स्ट्रोक की वजह से हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक के अलावा किडनी व लिवर पर भी बुरा असर हो सकता है।
क्या हैं प्रमुख लक्षण
हीट स्ट्रोक होने पर पसीना आना बंद हो जाता है। यह खतरे की घंटी है। पसीना आना बंद होने से शरीर का तापमान बढने लग जाता है। इस वजह से शरीर में कई तरह बदलाव शुरू हो जाते हैं।
ऐसे करें बचाव
हीट स्ट्रोक से बचने के लिए पानी, नींबू पानी, नारियल पानी का इस्तेमाल अधिक करें। हर तीन घंटे पर पानी पीना चाहिए। सूती कपड़े पहनने चाहिए। बुजुर्ग व बच्चों के गर्मी से बचाव के लिए कूलर या एसी का इस्तेमाल कर सकते हैं। घर से बाहर निकलने पर लोग छाता, गमछे का इस्तेमाल करें।
Published on:
26 May 2020 03:45 pm
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