
नई दिल्ली: आज के दौर में हर दूसरे शख्स को आप सेल्फी लेते हुए देख सकते हैं। हालांकि, माना जाता है कि लड़कियां इस क्षेत्र में लड़कों से थोड़ा आगे हैं। लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो सेल्फी को सही नहीं मानते। ऐसा शायद इसलिए भी क्योंकि सेल्फी के चक्कर में कई लोग जान गंवा चुके हैं। इन सबके बीच दक्षिण अफ्रीका में बचपन में बिछड़ी दो बहनों को सेल्फी ने मिला दिया। चलिए जानते हैं ये चमत्कार कैसे हुआ।
17 साल पहले दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन शहर में रहने वाली बहने एक-दूसरे से जुदा हो गई थीं। दरअसल, केपटाउन की रहने वाली सेलेस्टे की बेटी मिशे तीन साल की थी, जब उन्होंने 30 अप्रैल 1997 को दूसरी बेटी को जन्म दिया, लेकिन जन्म के तीन बाद ही एक बहन को अस्पताल की एक नर्स ने चुरा लिया था। ऐसे में मिशे अपनी छोटी बहन से अलग हो गई थीं। 20 साल की मिशे ज्वानस्वाक हाई स्कूल के अंतिम साल में थी। तभी इसी स्कूल में कैसिडी ने एडमिशन लिया। दोनों को अक्सर आमना-सामना हुआ करता था। दोनों बिल्कुल एक-दूसरे की तरह दिखती हैं।
एक दिन मिशे ने कैसिडी के साथ सेल्फी ली और अपने दोस्तों को दिखाई तो सबने एक ही सवाल किया कि क्या वे दोनों पक्का मानती हैं कि उनके माता-पिता ने उन्हें गोद नहीं लिया है। अपने दोस्तों द्वारा इस तरह का सवाल पूछे जाने पर मिशे भी शंका में आ गईं जिसके बाद उन्होंने कैसिडी के साथ ली अपनी सेल्फी अपने माता-पिता को दिखाई फोटो देख कर मिशे की मां चौंक गईं और उन्होंने आशंका जताई कि शायद कैसिडी मिशे की खोई हुई बहन है। इसके बाद मिशे को इस बात की जानकारी हुई कि बचपन में उनकी बहन चोरी हो गई थी। मिशे ने कैसिडी से पूछा कि क्या उसका जन्म 30 अप्रैल 1997 को हुआ था तो कैसिडी ने कहा हां। जिसके बाद पूरे मामले की खबर पुलिस को दी गई। कैसिडी का डीएनए टेस्ट भी कराया गया जो मिशे व उनके परिवार के डीएनए से मैच हो गया। इसके बाद पुलिस ने कैसिडी को बचपन में चुराने वाली नर्स लोनोवा को गिरफ्तार कर लिया।
Published on:
01 Nov 2019 04:13 pm
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