नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा की जाती है। मां दुर्गा एक शक्तिशाली और पवित्र देवी हैं, जिन्होंने अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना किया और उन पर विजय प्राप्त की। उनसे हम वो सभी गुण सीख सकते हैं, जो हमें आज अपना जीवन बेहतर ढंग से जीने की ताकत और प्रेरणा दें। नवदुर्गा के नौ गुणों को अपनाकर मनुष्य अपने आपको सशक्त बना सकता है। मां दुर्गा के नौ स्वरूप हमें अच्छे गुण सिखाते हैं, जिससे हम जीवन को बेहतर तरह से जीना सीख सकते हैं। अपने अंदर सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। मां दुर्गा के इन नौ गुणों में धैर्य, सहनशीलता, भक्ति, शक्ति, तपस्या, साहस, धर्म, पवित्रता और सिद्धि शामिल है।
मंदिर के पुजारी ने बताया कि अश्विन माह की अमावस्या पर पितृ पक्ष के समापन के बाद मां दुर्गा को समर्पित शारदीय नवरात्र की शुरुआत होती है। इस उत्सव के आने का भक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है। प्रथम दिन शुभ मुहूर्त में घटस्थापना और मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही माता रानी को सोलह श्रृंगार और प्रिय फूल समेत अन्य चीजें अर्पित की जाती है।
राजस्थान राजपूत समाज संघ हुब्बल्ली के वरिष्ठ सदस्य खेतसिंह राठौड़ सांडन ने बताया कि दुर्गा देवी मंदिर बुदरसिंगी में आकर जो भी श्रद्धालु मां की आराधना करता हैं, उसकी हर इच्छा पूरी होती है। भक्तगण परिवार एवं समाज की सुख-समृद्धि के लिए यहां मां से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
राजस्थान राजपूत समाज संघ हुब्बल्ली के अध्यक्ष पर्बतसिंह खींची वरिया ने बताया कि दुर्गा देवी मंदिर बुदरसिंगी में नवरात्रि के नौ दिनों तक देवी दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना और श्रृंगार किया जाता है। अष्टमी-नवमी तिथि पर विशेष पूजा और कन्या पूजन किया जाता है। माता के भक्तों के लिए यह दिन अत्यंत शुभ होते हैं।